Haryana. प्रदेश मे इतने दिन पड़ सकता है बिजली संकट, देखिये ये चिंतित करने वाली रिपोर्ट
Haryanaudpate News. हरियाणा मे आने वाले दिनों मे बिजली संकट पैदा हो सकता है, क्या है इसके पीछे का कारण देखिये पूरी खबर...
हरियाणा में आने वाले दिनों में बिजली संकट गहराने के आसार है.
क्योंकि प्रदेश में तीन बिजली पावर प्लांट की 5 यूनिट में दिक्कतें है.
इनमें तकनीकी खामियां पिछले एक दो दिन से नहीं बल्कि कई महीनों से है.
वहीं अदानी ग्रुप के थर्मल प्लांट से मिलने वाली बिजली प्रदेश को नहीं मिल रही.
अदानी ग्रुप पिछले साल अगस्त 2021 से ही बिजली सप्लाई की आपूर्ति नहीं कर रहा.
अदानी ने 1424 मेगावाट बिजली सप्लाई देनी है. 2008 में अदानी समूह से सरकार का अनुबंध हुआ था,
परंतु पहले वह मुंद्रा गुजरात के पावर प्लांट से बिजली सप्लाई दे रहा था.
अगस्त 2021 में उसने छत्तीसगढ़ के पावर प्लांट से बिजली सप्लाई देने की बात कही थी,
लेकिन अभी तक सप्लाई नहीं दे रहा. इसलिए अब बिजली विभाग ने यह मामला
सीएम के समक्ष उठाया है और सीएम इस मामले पर अदानी से बातचीत करेंगे.
पानीपत थर्मल प्लांट में आठ यूनिट में से 1 से 5 नंबर यूनिट कई सालों से बंद है.
7 अप्रैल को 6वीं यूनिट भी बंद हो गई.
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उसके एफडी फैन में दिक्कत आ गई. जबकि 8वीं यूनिट के रूटर में फॉल्ट आ गया.
पानीपत थर्मल प्लांट से केवल 6 नंबर यूनिट से बिजली सप्लाई हो रही है.
पानीपत बिजली प्लांट से करीब 700 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जाता है.
राजीव गांधी खेदड़ पावर प्लांट में 600 यूनिट बिजली उत्पादन की जाती है.
इस पावर प्लांट में 2 यूनिट है. सितंबर 2020 में एक टरबाइन में खराबी के कारण एक यूनिट बंद है.
चीन के तकनीकी विशेषज्ञों ने उसे ठीक करना है, लेकिन लॉकडाउन लगने के कारण वे नहीं आ रहे.
इसी प्रकार से 8 अप्रैल को खेदड़ प्लांट की बायलर ट्यूब में दिक्कत आ गई, जिस कारण सप्लाई बाधित हो गई.
खेदड़ पावर प्लांट की एक यूनिट एक-दो दिन में ठीक होने की उम्मीद है.
हरियाणा के झज्जर के झांडली स्थित एमजीटीपीएल में हरियाणा का शेयर है.
इसमें दो यूनिट है. एक यूनिट में 22 फरवरी 2022 को दिक्कत आई, लेकिन उसे ठीक नहीं किया गया.
यमुनानगर स्थित दीनबंधु छोटूराम थर्मल प्लांट की दो यूनिट की क्षमता करीब 600 मेगावाट है.
इससे बिजली सप्लाई की जा रही है. यमुनानगर के ही हाइड्रो से 62.4 मेगावाट बिजली पैदा की जाती है.
प्रदेश में 1426 लाख यूनिट बिजली की डिमांड है. 1382 लाख यूनिट की खपत हो रही है.
43.91 लाख यूनिट कट लग रहा है. बिजली संकट को देखते हुए
हरियाणा सरकार ने केंद्रीय पूल से बिजली खरीदने की तैयारी की है.
केंद्रीय पूल से हरियाणा को 15 से 20 रुपए प्रति यूनिट बिजली मिलेगी.