Weather News : रेवाड़ी को बारिश ने किया खुशहाल, बारिश की वजह से खिल उठा रेवाड़ी
यह झरना हरियाणा के डार्क जोन खोल गांव में अरावली की पहाड़ियों में बहता है, जहां लोगों को वर्षों से पानी की कमी है।
अरावली की गोद में बसे रेवाड़ी शहर से लगभग ३० किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव खोल की पहाड़ियों में इन दिनों जिले से बाहर से भी पर्यटक आ रहे हैं। यह सुंदर नजारा है। पूरे वेग से झरना बह रहा है। यहां रहने वाले लोगों ने भी कई सालों बाद झरने को देखा है, इसलिए पर्यटक इसे देखने में खुश हैं। शहरों से आने वाले लोगों के अलावा गांवों से आने वाले लोग भी इसे बहुत पसंद कर रहे हैं।
पथरीली होती है अरावली की पहाड़ियां: अरावली की पहाड़ियां कहा जाता है कि पथरीली हैं। यद्यपि इसका एक बड़ा हिस्सा रेवाड़ी जिले की सीमा में आता है, लगातार बारिश के कारण अब पूरा पहाड़ हरियाली से ढक गया है। पिछले हफ्ते इस क्षेत्र में बहुत बारिश हुई। जिससे पहाड़ की सुंदरता मोहित हो गई और वर्षों पहले बहने वाला झरना आज पूरी तरह से बह रहा है। वास्तव में, इस झरने की यात्रा एक मंदिर से होकर गुजरती है, जो कुंड कस्बे से लगभग ३ किमी. चलकर रेवाडी-जैसलमेर हाईवे पर गांव खोल की ओर जाता है। यहां से करीब एक किलोमीटर तक घने जंगलों से गुजरने के बाद, आप अरावली की पहाड़ी पर एक झरना देखेंगे जो बहुत ऊंचाई पर बहता है।
यहां 100 मिमी से अधिक बारिश हुई है, जो आपको बताती है कि इस बार मानसून रेवाड़ी और आस-पास के क्षेत्र पर बहुत अच्छा रहा है। पिछले हफ्ते लगभग 100 मिमी से अधिक बारिश हुई है। खोल खंड भी बारिश से नहीं बचता। पिछले पांच दिनों में यहां भी काफी बारिश हुई है। यहां पहाड़ी से झरना भी बहने लगा क्योंकि बारिश हुई। ग्रामीणों ने बताया कि यह हरियाणा का एकमात्र प्राकृतिक झरना है जो कई सालों से बह रहा है, लेकिन इस बार भारी बारिश के कारण पानी बहुत तेज बह रहा है। सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो शेयर करने के बाद आसपास के गांवों में झरने के बारे में पहले से ही लोग जानते थे।
SDM Jyoti Maurya: SDM ज्योति मौर्य Reels और Memes वालों पर अब करेगी सख्त कारवाई, जाने पूरी खबर
खोल की पहाड़ियों में बारिश के बाद पांच दिनों से लगातार बह रहे झरने में नहाने का आनंद लेने के लिए आसपास के लोग पहुंच रहे हैं, जिससे भू-जल स्तर बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन इससे ग्रामीणों की खुशी और भी बढ़ जाएगी। इसका कारण खोल खंड के कई गांवों में वर्षों से पानी की कमी है। 130 फीट से कम भूजल स्तर है। इसलिए खोल क्षेत्र को डार्क क्षेत्र घोषित किया गया है। इलाके के लोगों का मानना है कि झरने के बहने से जलस्तर भी बढ़ सकता है।