INS Vikramaditya: नौसेना के विमानवाहक पोत INS विक्रमादित्य पर लगी आग
Haryana Update: इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ और युद्धपोत भी पूरी तरह से सुरक्षित है। मामले की गंभीरता को देखते हुए नौसेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन कर दिया है, जो इस पूरे मामले की जांच करेगी।
नौसेना के प्रवक्ता ने ट्वीट कर बताया कि युद्धपोत कर्नाटक के कारवार से समुद्री ऑपरेशन के लिए निकला था। इसी दौरान बुधवार को उसमें आग की सूचना मिली। घटना के तुरंत बाद एक्शन टीम ने जहाज के फायर कंट्रोल सिस्टम का इस्तेमाल किया और उस पर तुंरत काबू पा लिया गया। इस वजह से वहां पर मौजूद कोई भी नौसैनिक घायल नहीं हुआ। दूसरे ट्वीट में प्रवक्ता ने लिखा कि इसके लिए बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे की वजह पता चल पाएगी।
Extreme Happiness Cause for Death: ज्यादा खुश रहना भी हो सकता है आपके लिए जानलेवा
पूरी तरह से ट्रेन्ड हैं नौसैनिक
इससे पहले 8 मई 2021 को भी इसी तरह की घटना आईएनएस विक्रमादित्य पर हुई थी। उस दौरान भी वक्त रहते उस पर काबू पा लिया गया था। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक विक्रमादित्य काफी विशाल है, जिसको चलाने के लिए सबसे बेहतरीन नौसैनिकों को चुना जाता है। इसके अलावा उनको आग, शॉर्ट सर्किट आदि घटनाओं से निपटने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है।
First Look: मंदिर की तर्ज पर बनेगा सोमनाथ का नया रेलवे स्टेशन
भारत का इकलौता विमानवाहक पोत
आईएनएस विक्रमादित्य भारत का इकलौता विमानवाहक पोत है, जिसको रूस से भारत ने 14 हजार करोड़ में खरीदा था। 20 स्टोरी वाला ये जहाज 284 मीटर लंबा और 60 मीटर ऊंचा है। इसका वजन 40 हजार टन से भी ज्यादा है। एक वक्त में इस पर करीब 1600 सैनिक तैनात रहते है यानी ये अपने आप में तैरता हुआ शहर है।