Chanakya Niti : महिलाओं को ये काम करते हुए मर्द कभी ना देखें
Chanakya Niti : पुरुषों के लिए, आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ खास बातें बताई हैं, जो उन्हें गलती से भी नहीं करनी चाहिए। उन्हें पढ़ने और समझने के बावजूद, कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसके जीवन में गिरावट आती है। आचार्य चाणक्य ने कहा कि पुरुषों को ये काम कतई नहीं करने चाहिए, वरना उसके बुरे परिणाम होंगे।
Feb 8, 2024, 14:58 IST
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Haryana Update : कौटिल्य, विष्णु गुप्त और वात्सायन के नाम से प्रसिद्ध आचार्य चाणक्य का जीवन बहुत सारे रहस्यों से भरा हुआ है और उनकी नीतियाँ देश और विदेश में बहुत चर्चा में हैं। आचार्य चाणक्य की नीतियों को अपनाना चाहिए अगर कोई अपनी जिंदगी में सुखी और खुश रहना चाहता है।
देश के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने अपनी बुद्धि की शक्ति से पूरी दुनिया में अपने विचारों का प्रदर्शन किया है। अपने लेखों में उन्होंने मानव जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख किया है, जिनके पालन करने से पुरुषों की तरह महिलाओं का भी जीवन सुखी हो सकता है।
चाणक्य, राजनीति और कूटनीति के महान विद्वान, ने पुरुषों और महिलाओं के लिए ऐसी बातें कहीं हैं, जो उनके व्यक्तिगत जीवन में सुधार और प्रगति कर सकते हैं।
पुरुषों के लिए, आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ खास बातें बताई हैं, जो उन्हें गलती से भी नहीं करनी चाहिए।
उन्हें पढ़ने और समझने के बावजूद, कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसके जीवन में गिरावट आती है। आचार्य चाणक्य ने कहा कि पुरुषों को ये काम कतई नहीं करने चाहिए, वरना उसके बुरे परिणाम होंगे।
Chanakya Niti : ऐसी स्त्री के साथ कभी ना करें वो काम, ये होती है पहचान
खाना खाती महिलाओं को नहीं देखें
महिलाएं आजकल पुरुषों के बराबर बैठकर खाना खाने लगी हैं, लेकिन आचार्य चाणक्य के नीतिशास्त्र में इसके बारे में जो कहा गया है, वह आपको जानना चाहिए।
बकौल आचार्य चाणक्य, किसी भी आदमी को भोजन करती महिला की तरफ कभी नहीं देखना चाहिए। यह शिष्टाचार के खिलाफ है और भोजन करने वाली महिला भी असहज हो जाती है और खाना भी नहीं खा पाती।
कपड़े संभालने वाली महिलाएं
पुरुषों की नजरें अक्सर किसी महिला या लड़की पर जाती हैं जब वे अपने कपड़े धोते हैं। चाणक्य नीति में इसे अपराध की तरह माना जाता है।
चाणक्य कहते हैं कि पुरुषों को महिलाओं को कपड़े धोते हुए भी नहीं देखना चाहिए। साथ ही, छींकने वाली और जम्हाई लेने वाली महिलाओं को पुरुषों को देखना भी नहीं चाहिए। यह पुरुषों के मूल्यों के खिलाफ है।
श्रृंगार करती महिलाओं को नहीं देखना चाहिए
पुरुष अक्सर महिलाओं को श्रृंगार करते देखते हैं। यह आदमी नहीं करना चाहिए। पुरुषों को खासकर काजल लगाती महिलाओं को नहीं देखना चाहिए। इतना ही नहीं, बच्चे की तेल मालिश करने वाली या खुद की मालिश करने वाली महिलाओं को पुरुषों के सामने देखना अनुचित माना जाता है।
माना जाता है कि आचार्य चाणक्य की नीतियों में बताए गए इन बातों का पालन करने से पुरुषों को समाज में सम्मान प्राप्त होता है।
देश के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने अपनी बुद्धि की शक्ति से पूरी दुनिया में अपने विचारों का प्रदर्शन किया है। अपने लेखों में उन्होंने मानव जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख किया है, जिनके पालन करने से पुरुषों की तरह महिलाओं का भी जीवन सुखी हो सकता है।
चाणक्य, राजनीति और कूटनीति के महान विद्वान, ने पुरुषों और महिलाओं के लिए ऐसी बातें कहीं हैं, जो उनके व्यक्तिगत जीवन में सुधार और प्रगति कर सकते हैं।
पुरुषों के लिए, आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ खास बातें बताई हैं, जो उन्हें गलती से भी नहीं करनी चाहिए।
उन्हें पढ़ने और समझने के बावजूद, कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसके जीवन में गिरावट आती है। आचार्य चाणक्य ने कहा कि पुरुषों को ये काम कतई नहीं करने चाहिए, वरना उसके बुरे परिणाम होंगे।
Chanakya Niti : ऐसी स्त्री के साथ कभी ना करें वो काम, ये होती है पहचान
खाना खाती महिलाओं को नहीं देखें
महिलाएं आजकल पुरुषों के बराबर बैठकर खाना खाने लगी हैं, लेकिन आचार्य चाणक्य के नीतिशास्त्र में इसके बारे में जो कहा गया है, वह आपको जानना चाहिए।
बकौल आचार्य चाणक्य, किसी भी आदमी को भोजन करती महिला की तरफ कभी नहीं देखना चाहिए। यह शिष्टाचार के खिलाफ है और भोजन करने वाली महिला भी असहज हो जाती है और खाना भी नहीं खा पाती।
कपड़े संभालने वाली महिलाएं
पुरुषों की नजरें अक्सर किसी महिला या लड़की पर जाती हैं जब वे अपने कपड़े धोते हैं। चाणक्य नीति में इसे अपराध की तरह माना जाता है।
चाणक्य कहते हैं कि पुरुषों को महिलाओं को कपड़े धोते हुए भी नहीं देखना चाहिए। साथ ही, छींकने वाली और जम्हाई लेने वाली महिलाओं को पुरुषों को देखना भी नहीं चाहिए। यह पुरुषों के मूल्यों के खिलाफ है।
श्रृंगार करती महिलाओं को नहीं देखना चाहिए
पुरुष अक्सर महिलाओं को श्रृंगार करते देखते हैं। यह आदमी नहीं करना चाहिए। पुरुषों को खासकर काजल लगाती महिलाओं को नहीं देखना चाहिए। इतना ही नहीं, बच्चे की तेल मालिश करने वाली या खुद की मालिश करने वाली महिलाओं को पुरुषों के सामने देखना अनुचित माना जाता है।
माना जाता है कि आचार्य चाणक्य की नीतियों में बताए गए इन बातों का पालन करने से पुरुषों को समाज में सम्मान प्राप्त होता है।