किसानों के लिए खुशखबरी, भारत में अन्नदाताओं को मिली 300 करोड़ रुपये की बोनस राशि
किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है! भारत सरकार ने अन्नदाताओं को 300 करोड़ रुपये की बोनस राशि प्रदान करने की घोषणा की है। यह राशि किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य देने के लिए जारी की गई है। सरकार का मानना है कि इससे किसानों को आर्थिक सहायता मिलेगी और कृषि क्षेत्र को और मजबूत किया जा सकेगा। जानें इस बोनस राशि के लाभ और कैसे इसका आवेदन किया जा सकता है।
Haryana update : हरियाणा के किसानों के लिए गुरु नानक जयंती के मौके पर खुशखबरी आई है। राज्य की सैनी सरकार ने किसानों के लिए 300 करोड़ रुपये की बोनस राशि जारी की है। सरकार द्वारा जारी बयान में बताया गया कि इस राशि का सीधा लाभ 2.62 लाख किसानों को हुआ, जिनके बैंक खातों में सीधे पैसे जमा किए गए।
खरीफ-2024 के लिए 2000 रुपये प्रति एकड़ बोनस
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि खरीफ-2024 के दौरान प्रदेश में खराब मौसम के कारण कृषि और बागवानी फसलों पर असर पड़ा। इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने किसानों को 2000 रुपये प्रति एकड़ बोनस देने का निर्णय लिया था। इसके तहत किसानों को राशि का लाभ दिया जा रहा है।
1,380 करोड़ रुपये का बोनस वितरण
इस योजना के तहत किसानों को कुल 1,380 करोड़ रुपये की राशि दी जानी है। मुख्यमंत्री ने 16 अगस्त को 496 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की थी, जो 5.80 लाख किसानों के खाते में डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) के माध्यम से भेजी गई थी।
तीसरी किस्त का वितरण
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि तीसरी किस्त के रूप में अगले 10 से 15 दिनों में 580 करोड़ रुपये की राशि शेष 4.94 लाख किसानों के खातों में भेजी जाएगी। यह राशि भी डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में पहुंचाई जाएगी।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड की सुविधा
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए एक और पहल की घोषणा की। उन्होंने बताया कि अब किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे जाएंगे। इससे पहले किसानों को कार्ड छपने में देरी के कारण समस्या का सामना करना पड़ता था। अब जैसे ही मृदा परीक्षण के परिणाम ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड होंगे, मृदा स्वास्थ्य कार्ड सीधे किसानों के मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप के जरिए भेजे जाएंगे।
निष्कर्ष
हरियाणा सरकार की इस पहल से राज्य के किसानों को बड़ा फायदा होगा। बोनस राशि से किसानों को वित्तीय मदद मिलेगी, वहीं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से कृषि सुधार के लिए जरूरी दिशा-निर्देश समय पर मिलेंगे। यह कदम किसानों के विकास और उनके जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।