Indian Railway: अब सुरंग में दौड़ेंगी ट्रेनें, 2 घंटे में पूरा होगा 125 KM का सफर!

प्रोजेक्ट की मुख्य विशेषताएँ Indian Railway
भारतीय रेलवे द्वारा विकसित यह प्रोजेक्ट ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक की रेल लाइन पर आधारित है। इस रेल ट्रैक की कुल लंबाई लगभग 125.20 किलोमीटर है, जिसमें से लगभग 105 किलोमीटर का हिस्सा सुरंगों के माध्यम से तय किया जाएगा। मतलब, पूरी यात्रा में से 105 किलोमीटर की दूरी को सुरंगों में तय करने से यात्रियों का सफर मात्र दो घंटे में पूरा हो जाएगा। यह तब और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि वर्तमान में सड़क मार्ग से ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक पहुँचने में करीब 7 घंटे का समय लगता है।
सफर में समय और धन की बचत Indian Railway
इस प्रोजेक्ट के निर्माण से यात्रियों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि उनके खर्च में भी काफी कमी आएगी। जब सड़क मार्ग के मुकाबले रेलवे ट्रैक पर यह यात्रा दो घंटे में तय हो जाएगी, तो यात्रियों को लंबी दूरी तय करने में होने वाले अतिरिक्त खर्च और थकान से राहत मिलेगी। यह कदम देश की परिवहन प्रणाली को और अधिक कुशल और आधुनिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
टेक्निकल इंफ्रास्ट्रक्चर: सुरंगें और पुल Indian Railway
भारतीय रेलवे ने इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुल 17 सुरंगें बनाने का भी निर्णय लिया है। ये सुरंगें 12 स्टेशनों से होकर गुजरेंगी, जो इस रेल लाइन के संचालन में अहम भूमिका निभाएंगी। इसके अलावा, पहाड़ी रास्तों की कठिनाइयों को पार करने के लिए 35 पुल भी बनाए जाएंगे, ताकि ट्रैक की संरचना मजबूत और सुरक्षित बनी रहे। इनमें सबसे लंबी सुरंग 15.1 किलोमीटर की होगी, जो देवप्रयास से लछमोली के बीच बनाई जा रही है। इस सुरंग के बनने से न केवल रेल यात्रा को सुगम बनाया जाएगा, बल्कि यह तकनीकी उपलब्धि भारतीय रेलवे के प्रयासों की उच्चतम मिसाल भी होगी।
चारधाम यात्रा में मिलेगी सहूलियत Indian Railway
जब यह नई रेल लाइन पूरी तरह से तैयार हो जाएगी, तब ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक की यात्रा करने वाले चारधाम यात्रियों को बहुत ही सहूलियत मिलेगी। चारधाम तीर्थ यात्रा के दौरान, जहां पहले सड़क मार्ग पर यात्रा करने में कई घंटे लग जाते थे, वहीं अब रेलवे के माध्यम से यह सफर मात्र दो घंटे में तय हो जाएगा। इससे तीर्थयात्रियों को धार्मिक स्थलों तक पहुँचने में सुविधा के साथ-साथ यात्रा का आनंद भी मिलेगा।