Noida News: सरकार ने इन परिवारों को मकान खाली करना का दिया आदेश, गिराने वाली है ये 5 टावर
Noida News:नोएडा में स्थित ट्विन टावर गिराने वाली संस्था अब गुरुग्राम के सेक्टर-109 स्थित चिंटेल्स पैराडाइसो सोसायटी का 10 दिन में निरीक्षण करेगी।
Haryana Update: चिंताल्स बिल्डर ने जिला अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार मीणा के निर्देश पर संस्था से संपर्क किया है। बिल्डर ने पांच टावर गिराने का एक्शन प्लान एजेंसी से मांगा है।
सरकारी अनुमति के बिना एजेंसी ने टावर गिराने से इनकार किया है। बिल्डर को एजेंसी के कर्मचारियों ने बताया कि वह अनुमति लिए बिना सोसायटी में नहीं जा सकता। अगर बिल्डर सरकार से दस दिन में अनुमति ले लेता है, तो उनकी टीम टावरों का निरीक्षण करेगी और फिर एक तोड़फोड़ की योजना बनाएगी।
इस प्रक्रिया में छह महीने लगेंगे
एक अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि चिंताल्स बिल्डर ने टावर को गिराने का प्रस्ताव भेजा है। सरकार से अनुमति मिलने पर टीम वहा नहीं जा सकती। पांच टावरों को गिराने के लिए छह महीने का समय लगने वाला है। घटनास्थल और वहाँ रहने वाले लोगों की सुरक्षा को देखते हुए तोड़ने में कितना लगेगा बारूद?
फ्लैट मालिकों से समझौता करने में देरी—
चिंटल्स इंडिया लिमिटेड ने पांच टावरों के 288 फ्लैट मालिकों को समझौते पर पहुंचने के लिए दो विकल्प दिए। इसमें सरकार द्वारा नियुक्त मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा निर्धारित इंटीरियर की लागत, भुगतान की गई वास्तविक स्टांप ड्यूटी और फ्लैट की कीमत प्रति वर्ग फुट 6500 रुपये शामिल हैं।
वही 8 नवंबर के बाद उन्होने पैसे वापस करने का विकल्प बंद कर दिया है। 99 फ्लैट मालिक इसके लिए पैसा निकालने को तैयार हो गए हैं। पुनर्निर्माण का विकल्प शेष 189 फ्लैट मालिकों ने चुना है। बिल्डर समझौता करने में देरी कर रहे हैं।
पहले ये टावर असुरक्षित थे
दिल्ली आईआईटी की जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि चिंतल सोसायटी के टावर डी, ई, एफ, जी और एच भी असुरक्षित हैं। तीन टावर बिल्कुल खाली हैं, जबकि जी-एच टावर में रहने वाले पंद्रह परिवारों को आपदा प्रबंधन के तहत फ्लैट खाली करने का नोटिस दिया है।
लोगों ने इसके बाद भी फ्लैट खाली नहीं किया है। अपनी मांगों को लेकर वह अड़ गया है। लोगों का कहना है कि बिल्डर उनके अधिकारों को छीन रहा है। इसे हल करना चाहिए।
निर्देश के बावजूद कोई सीमा नहीं है—
गुरुवार के दिन जिले के उपायुक्त हितेश कुमार मीणा ने चिंताल्स पैराडाइसो सोसायटी के पांच टावरों की जांच की। इसमें बिल्डर द्वारा D, E, F, G और H टावरों की बैरिकेडिंग नहीं है।
चिंताल बिल्डर को टावरों को तोड़ने का काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है। यहाँ रहने वालों के लिए ये टावर सुरक्षित नहीं हैं। शुक्रवार को बिल्डर ने ट्विन टावर्स विध्वंस एजेंसी से संपर्क किया है।
हादसे में दो महिलाएं मारी गई:
10 फरवरी 2022 को D Tower सोसायटी की छठी मंजिल की छत पहली मंजिल पर गिर गई थी। हादसे में दो महिला मारी गई थी। इसके बाद हादसे की पुलिस ने जांच की थी।
जिला प्रशासन ने एसआईटी बनाकर जांच शुरू की है। IIST Delhi की टीम ने संरचनात्मक जांच की। टावर को बाद में पूरी तरह से असुरक्षित घोषित किया गया है। ई, एफ, जी और एच टावर भी असुरक्षित घोषित किए गए है।