Pooja Tips : घर के मंदिर में लगाना चाहिए पर्दा, जानिए इसके फायदे
Haryana Update : देवी-देवताओं की पूजा विधि-विधान से ही की जाती है और उनकी पूजा का एक निश्चित समय होता है।
क्यों पर्दा लगाया जाता है? हम अक्सर देखते हैं कि मंदिरों में सुबह-शाम आरती की जाती है, फिर दोपहर में पर्दा लगाकर कपाट बंद कर दिए जाते हैं। रात को आरती के बाद भी पर्दा लगाया जाता है, लेकिन आपको पता है क्यों? यदि आपको इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो आइये हम आपको बताते हैं कि आखिरकार ऐसा क्यों होता है।
शास्त्रों के अनुसार, भगवान भी रात में सोते हैं, जैसे हम पहर (सुबह या रात) सोते हैं और जागते हैं, इसलिए मंदिर में पर्दा लगाया जाता है। शाम की आरती के बाद रात को पर्दा लगाया जाता है ताकि कोई उनकी नींद में बाधा न डाले। सुबह नहाकर इस पर्दे को वहीं हटाया जाता है। मंदिर में रात को एक नाइट लैंप जलाने दे सकते हैं। इसके अलावा, मंदिर या पूजा घर में तेज प्रकाश की कोई जरूरत नहीं है। आपके घर के मंदिर में किस रंग का पर्दा लगाना चाहिए, इसका भी विचार करना चाहिए।
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मंदिर में पर्दा लगाने के लिए सही रंग का चयन करें अगर आप घर के मंदिर में पर्दा लगा रहे हैं तो आपको सही रंग का चयन करना होगा। शास्त्रों में पीला एक बहुत शुभ रंग है। माना जाता है कि पीला रंग आध्यात्मिक दृष्टिकोण से सबसे अच्छा है क्योंकि इससे घर के लोगों का मन शांत रहता है और उनका मन आध्यात्मिकता की ओर बढ़ता है। आप लाल, ह्लका गुलाबी, यानी क्रीम या हल्के रंग का पर्दा भी लगा सकते हैं। मंदिर में गहरे रंगों (काला, नीला आदि) के पर्दे नहीं लगाने चाहिए।