Vande Bharat Sleeper Trains : 10 स्लीपर वंदेभारत एक्सप्रेस जल्द होगी रवाना, आइये जाने रूट्स
Haryana Update, Vande Bharat Express sleeper Route : वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद, अगले महीने स्लीपर वंदे भारत ट्रेन सेवा के लिए तैयारी की जा रही है। इस नई ट्रेन की शुरुआत के लिए यात्री बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि यह एक अनूठी ट्रेन होगी, जिसमें वंदे भारत की तरह यात्रीगण को एक अनूठा सफर अनुभव करने का अवसर मिलेगा। लोग जानना चाहेंगे कि इस नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का मार्ग क्या होगा, जिसपर यह चलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने "चौपाल" प्रोग्राम में स्लीपर वंदे भारत की घोषणा की है और हो सकते हैं कि ट्रेन का पहला संभावित मार्ग कुछ ऐसा हो।
वर्तमान में 41 वंदे भारत ट्रेनें सेवानिर्देशित हैं, जिनमें से 39 ट्रेनें यात्रीगण को उनके स्थान तक पहुंचाने के लिए काम कर रही हैं, और दो ट्रेनें आने वाली सेवाओं के लिए आवंटित की गई हैं। ये सभी ट्रेनें चेयर कार सुविधाओं के साथ हैं, जिससे यात्री बैठकर सफर कर सकते हैं और रात में उन्हीं स्थानों पर लौट जाती हैं जहां से इसका यात्रा आरंभ होता है। रेलवे अब और भी सुविधाएं जोड़ने का काम कर रहा है ताकि वंदे भारत स्लीपर लंबी दूरी के सफर के लिए एक आदर्श विकल्प बन सके, जिसमें यात्री सोते हुए सफर कर सकें।
ये होंगे संभावित रूट
रेलवे मंत्रालय के अनुसार, देश के प्रमुख रूटों में से दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई के बीच, पहली वंदेभारत स्लीपर ट्रेन को चलाने की तैयारी है। ये रूटें यात्रीगण से भरी होती हैं और इन रूटों पर मौजूदा समय में यात्री की संख्या भी अधिक है। इस समाचार के अनुसार, वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन इन दो रूटों पर समय के साथ साथ यात्रीगण की सुविधा के लिए चलाई जा सकती है।
इन रूटों पर चलेगी स्लीपर वंदेभारत
कुल 10 स्लीपर वंदेभारत ट्रेनें तैयार हो रही हैं। इन दोनों रूटों के अलावा दिल्ली-बेंगलुरू, दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-गुवाहाटी, दिल्ली-भुवनेश्वर, दिल्ली-पटना भी संभावित रूट्स हो सकते हैं, जहां स्लीपर वंदेभारत ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है।
जानें खासियत
रेल मंत्रालय के अनुसार, पहली स्लीपर वंदेभारत आईसीएफ चेन्नई में बनाई जाएगी। इसमें राजधानी और अन्य प्रीमियम ट्रेनों से थोड़ा अलग स्लीपर कोच होगा। प्रत्येक कोच में तीन बजाए चार टॉयलेट होंगे और एक मिनी पैंट्री भी होगी। एक स्लीपर वंदेभारत ट्रेन में कुल 823 बर्थ होंगे, जिसमें यात्रीगण के लिए 823 और स्टाफ के लिए 34 बर्थ होंगे।