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Success Story: कभी उधार लेकर शुरू किया काम बाद मे बने सबसे अमीर बैंकर, जाने क्या है उदय कोटक पूरी कहानी

शेयरहोल्डर को लिखे पत्र में कोटक ने कहा कि इस बैंक को आज से 38 साल पहले 300 स्क्वॉयर फीट के एक कार्यालय में शुरू करना एक सही समय पर लिया गया निर्णय था। भारतीय विकास और वित्तीय क्षेत्र में हुई क्रांति ने कोटक महिंद्रा बैंक को जन्म दिया है।
 
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Kotak Mahindra Bank: कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर उदय कोटक ने अपना रिटायरमेंट घोषित कर दिया है। दिसंबर में उनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। उदय कोटक बैंक से एक स्ट्रैटिजिक शेयरहोल्डर और बोर्ड गवर्नेंस मेंबर के रूप में जुड़े रहेंगे।

शेयरहोल्डर को लिखे पत्र में कोटक ने कहा कि इस बैंक को आज से 38 साल पहले 300 स्क्वॉयर फीट के एक कार्यालय में शुरू करना एक सही समय पर लिया गया निर्णय था। भारतीय विकास और वित्तीय क्षेत्र में हुई क्रांति ने कोटक महिंद्रा बैंक को जन्म दिया है।

2003 से कोटक महिंद्रा बैंक को कमर्शियल बैंक

1985 से, उदय कोटक एक एनबीएफसी था और 2003 से कोटक महिंद्रा बैंक को कमर्शियल बैंक बनाया। भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, उन्हें दिसंबर 2023 में MD पद छोड़ना होगा क्योंकि उन्हें इस पद पर 15 साल हो चुके हैं। Forbes Rich List 2023 के अनुसार, वे आज भारत में दसवें सबसे अमीर आदमी हैं। Uday Kotak का कुल नेटवर्थ 1.15 लाख करोड़ रुपये है, या 14 मिलियन डॉलर। वे भारत के सबसे धनी बैंकरों में से हैं।

क्रिकेटर बनना चाहते थे

उदय कोटक का जन्म स्थान मुंबई था। उन् होंने सिडेनहैम कॉलेज, मुंबई से कॉमर्स में बैचलर्स डिग्री हासिल की। इसके बाद जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स् टडी से एमबीए की डिग्री हासिल की। उन्होंने बचपन में क्रिकेटर बनने का सपना देखा था। वे चोट की वजह से क्रिकेटर नहीं बन पाए और बिजनेस में आ गए। उन् होंने बिजनेस की पिच पर अच्छी तरह से चौके-छक् के लगाए हैं।

एनबीएफसी ने उधार लेना शुरू किया

उदय कोटक का परिवार कॉटन बेचता था। कुछ दिनों में उन्होंने पारिवारिक व्यापार में भी हाथ डाला। लेकिन यहां उन्हें खुशी नहीं मिली। वह परिवार से दूर चले गए। 1985 में, उन्होंने परिवार और दोस्तों से 30 लाख रुपये जुगाड़ करके एक इनवेस् टमेंट कंपनी खोल दी। बाद में उन्होंने महिंद्रा ग्रुप से पार्टनरशिप की और कोटक महिंद्रा फाइनेंस नामक कंपनी बनाई। धीरे-धीरे उदय कोटक ने अपने पोर्टफोलियो को स्टॉक ब्रोकिंग, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, इंश्योरेंस और म्यूचुअल फंड में बढ़ाया।

2003 में बैंकिंग लाइसेंस प्राप्त

कोटक महिंद्रा बैंक 2003 में भारतीय रिजर्व बैंक से बैंकिंग लाइसेंस मिला। आज, कोटक महिंद्रा बैंक भारत के सबसे बड़े निजी बैंकों में से एक है। कोटक महिंद्रा बैंक का बाजार पूंजीकरण 3.74 लाख करोड़ रुपये है। कोरोना महामारी के दौरान भी कोटक महिंद्रा बैंक ने अच्छा प्रदर्शन किया। उदय कोटक ने खतरनाक क्षेत्र को कभी खुला लोन नहीं दिया था। यह संकटकाल में भी बैंक का प्रदर्शन बेहतर रहा। आज तक, इस बैंक ने 1 लाख से अधिक लोगों को सीधा काम दिया है। बहुत से लोगों को परोक्ष रूप से काम मिल रहा है।

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पहली नजर मे प्यार

1985 में उज्ज्वल पालवी से मुलाकात हुई। उदय ने पहली बार मिलने के दो महीने बाद ही पल्लवी से शादी करने का निर्णय लिया था। उदय का एक बेटा है। उनका बेटा जय हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से ग्रेजुएट हैं और 2017 से कोटक महिंद्रा बैंक में काम कर रहे हैं।