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Sucess Story : अंधा होने के बाद भी खुदके दम पर करोड़पति बना ये इंसान

1994 में भावेश ने 'सनराइज कैंडल' नामक कंपनी की स्थापना की। फिलहाल, इस कंपनी का औसत रेवेन्यू 350 करोड़ रुपये है।
 
Sucess Story : अंधा होने के बाद भी खुदके दम पर करोड़पति बना ये इंसान 

Vishal Bhatia: ठेले पर मोमबत्तियां बेचने वाले व्यक्ति ने जीवन में कई मुश्किलों का सामना किया। 23 साल में आंखों की रोशनी चली गई, कैंसर से मर गई मां। मां के इलाज में पिता ने सारी बचत खर्च की। इसके बावजूद व्यक्ति ने 350 करोड़ रुपये की कंपनी बनाई।

महाराष्ट्र के भावेश चंदूभाई भाटिया को 23 साल की उम्र में रेटिना मस्कुलर डिग्रेडेशन की बीमारी हो गई। इलाज के दौरान बाद में उनकी आंखों की रोशनी चली गई। उनका एमए था, लेकिन साधारण डिग्री होने के कारण नौकरी नहीं मिली। इस दौरान, उनकी मां ने उनका साथ दिया और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। लेकिन उनकी मां भी कैंसर से जल्द ही मर गई।

मां की मृत्यु के बाद भावेश भाटिया ने सोचा कि सब कुछ खत्म हो गया है। महाबलेश्वर में एक गेस्टहाउस में केयरटेकर का काम करने वाले पिता ने भी मां का इलाज करने के लिए अपनी पूरी कमाई खर्च कर दी। कुछ दिनों बाद, भावेश ने समझौता कर लिया और मोमबत्ती बनाने का अभ्यास करना शुरू कर दिया। उन्हें इसके लिए नेशनल स्कूल एसोसिएशन ने मोमबत्ती बनाना सिखाया।

नेशनल मोमबत्ती एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड स्कूल में उन्होंने 50 रुपये में किराए पर लिया ठेला बेचने लगे और मोमबत्ती बनाने की कला को बारीकी से सिखा। जब उन्होंने स्कूल की पढ़ाई पूरी कर ली, उन्होंने अपने एक दोस्त से पचास रुपये में एक ठेला किराए पर लिया और फिर मोमबत्ती बेचने की नौकरी शुरू की।

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शादी के बाद भावेश भाटिया की जिंदगी बदल गई: उन्होंने मोमबत्ती बेचने के दौरान नीता से शादी कर ली। नीता से विवाह करने के बाद भावेश की जिंदगी बदलने लगी। एक्सपर्ट भाटिया मोमबत्ती बनाते थे, जबकि उनकी पत्नी मार्केटिंग की देखभाल करती थीं। भावेश की बिक्री अब बढ़ने लगी।

1994 में भावेश ने "सनराइज कैंडल" कंपनी की शुरुआत की। फिलहाल, इस कंपनी का औसत रेवेन्यू 350 करोड़ रुपये है। उसकी कंपनी साधारण से लेकर सुगंधित, फ्लोटिंग और डिजाइनर कैंडल बनाती है।

खुद ब्लाइंड, कंपनी में नौ हजार से अधिक ब्लाइंड कर्मचारियों को रखा
भावेश ने खुद ब्लाइंड होने के कारण अपने जैसे लोगों की समस्याओं को बेहतर समझा। 9000 से अधिक दृष्टिबाधित लोग उनकी कंपनी में काम करते हैं। ऐसे कर्मचारियों की ट्रेनिंग भावेश की पत्नी नीता करती हैं।

ध्यान दें कि आजकल भावेश भाटिया चर्चा में हैं। आनंद महिंद्रा ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया खाते पर एक वीडियो शेयर करते हुए भावेश का उल्लेख किया। दरअसल, भावेश भाटिया का वीडियो किसी ने आनंद महिंद्रा को भेजा था। महिंद्रा ने वीडियो को अपने सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह क्या हुआ कि दुनिया नहीं देख सकती थी। आपको ऐसा कुछ करना चाहिए कि दुनिया तुम्हें देखे। उनका कहना था कि मुझे शर्म आती है कि मैंने भावेश के बारे में नहीं सुना था जब तक कि उनसे जुड़ी क्लिप मेरे इनबॉक्स में नहीं आई थी। भावेश, अच्छा काम करो!

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