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इस साल किसानों की होगी बल्ले-बल्ले, 3500 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू होगी गेहूं की खरीद, जानिए पूरी जानकारी

कृषि उपज मंडी में नए गेहूं की आवक पिछले कुछ दिनों से शुरू हो गई है। अबकी बार किसानों को ज्यादा रेट मिलने की आशंका जताई जा रही है, आइये जानते है पूरी डिटेल्स 

 
Wheat Rate

समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी संभवत: मार्च में शुरू हो जाएगी। शासन द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य 2125 रुपये क्विंटल तय किया गया है। इधर मंडी में तय समर्थन मूल्य से ऊंचे दामों में किसानों को गेहूं व्यापारियों द्वारा खरीदा जा रहा है। 

हालांकि अभी नए गेहूं की आवक अधिक नहीं हो रही है। इधर मंडी में कपास भाव में भी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। उपज बेचने आ रहे किसानों के चेहरे खिले हुए हैं।

कृषि उपज मंडी में नए गेहूं की आवक पिछले कुछ दिनों से शुरू हो गई है। मुहूर्त में ही एक किसान का गेहूं व्यापारी द्वारा 6711 रुपये क्विंटल में खरीदा गया था। इसके बाद से गेहूं की नीलामी तीन हजार रुपये क्विंटल तक हो रही है। 

सोमवार को नया गेहूं 2800 रुपये क्विंटल में बिका। हालांकि व्यापारियों का कहना है कि आगामी दिनों में गेहूं के भाव में कमी आ सकती है। इसका मुख्य कारण शासन द्वारा ओपन सेल में गेहूं बिक्री के लिए टेंडर जारी करना बताया जा रहा है। 

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हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में फिलहाल गेहूं के भाव में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पिछले वर्ष गेहूं 2500 से 2600 रुपये क्विंटल से अधिक भाव में बिका था। वहीं इस साल 2800 से तीन हजार रुपये क्विंटल तक बिक रहा है।

मंडी में गेहूं के अलावा कपास की आवक भी भरपूर हो रही है। प्रतिदिन औसतन 300 वाहन कपास नीलाम हो रहा है। सोमवार को 290 वाहन कपास नीलाम हुआ। कपास का उच्चतम भाव 8100 रुपये क्विंटल तक रहा। जबकि न्यूनतम भाव लगभग 7900 रुपये क्विंटल रहा। 

मंडी में कपास खरगोन, भीकनगांव, सनावद से अधिक मात्रा में आ रहा है। हालांकि जिले के कालमुखी, सुलगांव सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से भी किसान कपास लेकर आ रहे हैं। कपास मंडी प्रभारी अशोक चौहान ने बताया कि अच्छी किस्म के कपास के भाव बढ़ गए हैं। फरवरी तक कपास की आवक होने की संभावना है।

पांच रुपये में मिल रहा भोजन

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मंडी में पांच रुपये में भोजन की व्यवस्था किसानों को बड़ी राहत दे रही है। यहां सब्जी-पुड़ी और दाल-चावल किसानों को पांच रुपये में परोसा जा रहा है। मंडी में उपज लेकर आने वाले किसान इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं। 

केंटीन प्रभारी दीपसिंह झाला ने बताया कि प्रतिदिन करीब 200 किसान भोजन कर रहे हैं। विदित हो कि पांच रुपये में भोजन की व्यवस्था मंडी में लंबे समय से बंद थी। मंडी सचिव ओपी खेड़े के निर्देश पर व्यवस्था सुचारू कराई गई है।


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