Agriculture : अगस्त माह में करें इन सब्जियों की खेती, होगा मुनाफा

Agriculture News. किसानों के लिए बारिश का मौसम बहुत लाभकारी होता है इस मौसम में फसलों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता है और साथ ही फसलों के उत्पादन और रोपाई का उपयुक्त समय रहता है कई फसलों के लिए ज्यादा पानी नुकसानदायक होता है.
 

Haryana Update. कुछ फसलों के लिए बरसात का पानी लाभकारी होता है बरसात का मौसम कई किस्म की सब्जियों की बुवाई का सबसे उपयुक्त समय होता है इस सीजन में खेत में सिंचाई की जरूरत नहीं होती है और जमीन में नमी अच्छी होने से सब्जियों की पौध भी बढ़िया तरह से हो जाती है और साथ ही फसल जल्द ही अंकुरित हो जाती है

 

गाजर की ऐसे करें बुवाई


गाजर की खेती के लिए जमीन को अच्छी तरह से समतल कर लें इसके लिए 2 से 3 फ़ीट गहरी जुताई करनी चाहिए और हर जुताई के बाद पाटा लगाना चाहिए ताकि डगल फुट जाए इसके बाद खेत में गोबर की खाद मिला दें इसकी उन्नत किस्मों में पूसा केसर घाली नेट्स आदि है यह जड़ वाली फसल है किसान अगस्त के शुरूआती दिनों में गाजर की खेती कर सकते है
 

 

शलगम की खेती


बरसात के मौसम में शलगम की खेती की जाती है किसान अगस्त में इसकी बुवाई कर सकते है शलगम की खेती के लिए मिटटी बुलई और रेतीली होनी चाहिए खेत की तैयारी करने के लिए 3 से 4 गहरी जोत लगाए यह फसल किसानों को अच्छी कमाई दे सकती है शलजम में विटामिन c विटामिन K फोलिएट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हे

 
फूलगोभी की खेती


फूलगोभी सब्जी वाली इस ऐसी फसल है जो सालभर चलती है लेकिन सर्दी के दिनों में अगस्त में फूलगोभी की रोपाई की जाती हे यह ठंडी जलवायु पौधा हे खेत में कम से कम दो बार जुताई कर पाटा लगाएं इसमें गोबर की सड़ी हुई खाद मिला दें पौधे लगाते समय दुरी 40 से 50 सेंटीमीटर होनी चाहिए फूलगोभी के लिए बलुई दोमट मिटटी सही होती है

 
पालक की खेती


पालक का इस्तेमाल सब्जी और ज्यूस के रूप में किया जाता है पालक की खेती वर्षा के दिनों में करने से इसकी बढ़वार जल्दी होती है पालक जैविक पदार्थों से भरपूर मिटटी में ज्यादा विकसित तरिके से होता है इसके बीज आधे से 1 इंच की गहराई में बोन चाहिए पौधा से पौधा की दुरी 20 से 30 सेमि होनी चाहिए रेतीली दोमट मिटटी पालक की खेती के लिए उपयुक्त होता है

 
धनिया की खेती


धनिया एक मसाला वाली फसल है इसकी पत्तियों के अलावा बीज भी मसाले का काम करते है हरी पत्तियों से हर तरह की सब्जी जयेकेदार हो जाती है इसमें दोहरा लाभ किसान ले सकते है पहले धनिया की पत्तियों को काटकर बेचा जा सकता है इसके बाज बीजों को पकने के बाद उनको बेचा जा सकता है