फसल बीमा मुआवजा 2021-22 : तीन तहसीलों के किसानों को 161 करोड़ की मुआवजा राशि जारी

Haryana Update. फसल बीमा मुआवजा 2021-22: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत फसल बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड (AIC) ने हनुमानगढ़ जिले में अब नोहर, भादरा व रावतसर तहसील के बीमित कृषकों की रोकी गई 161करोड़ की क्लेम राशि का भुगतान संबंधित कृषकों (Farmers) के खातों में कर दिया है।
 

कृषि (विस्तार) के उपनिदेशक दानाराम गोदारा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल योजनान्तर्गत जिले में लंबित फसल बीमा क्लेम प्रकरणों के निस्तारण हेतु जिला कलक्टर नथमल डिडेल की अध्यक्षता में गत दिनों कलक्ट्रेट सभागार में बैठक का आयोजन किया गया था।

इसमें फसल बीमा कंपनी एआईसी के प्रतिनिधि ने अवगत कराया कि जिला हनुमानगढ़ में फसल सीजन रबी 2020-21 में कुल 129515 बीमित कृषकों की बीमा क्लेम राशि 364.23 करोड़ जारी की गई है। जिसमें तहसील रावतसर, नोहर व भादरा में आंशिक क्लेम राशि भुगतान करने की जानकारी दी।

 

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गोदारा ने बताया कि जिला कलक्टर ने उक्त बैठक में जयपुर से आए बीमा कंपनी प्रतिनिधियों को वितरण से शेष रही राशि तुरंत वितरण करने के निर्देश दिए। इसके परिणामस्वरूप फसल बीमा कंपनी Agriculture Insurance Company of India Ltd. (AIC) ने नोहर, भादरा व रावतसर के बीमित कृषकों की रोकी गयी क्लेम राशि 161 करोड़ का भुगतान संबंधित कृषकों के खातों में कर दिया है।

उक्त तहसीलों के लगभग 2419 बीमित कृषकों के दस्तावेज संबंधित बैंक शाखा द्वारा अनुमोदित नहीं होने पर उक्त बैठक में एलडीएम राजकुमार को बैठक में निर्देश दिए गए थे कि बीमा कंपनी से लंबित प्रकरणों की सूची प्राप्त कर संबंधित बैंक शाखाओं से तत्काल अनुमोदन करवा कर पात्र कृषकों को लाभान्वित करावे व भविष्य में बैंक शाखा द्वारा ऐसे प्रकरणों में तत्काल समयावधि में कार्यवाही करें।

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गत फसल मौसम खरीफ 2019 रबी 2019-20 खरीफ 2020 व रबी 2020-21 में वितरित बीमा क्लेम राशि में से बड़ी संख्या में कृषकों के केसीसी ऋण खाता बंद होने या अन्य तकनीकी कारण से क्लेम राशि बाउंस हुई।

जिले के किसान संगठन प्रतिनिधियों व जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि जिले के आम कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरूक करें। जिससे किसान समय पर अपनी बैंक शाखा व नजदीक सीएससी पर अपनी बोई गई फसलों की सही जानकारी व कृषि भूमि संबंधी वांछित सम्पूर्ण दस्तावेज उपलब्ध करवाकर अपनी फसलों का बीमा करवा के फसल बीमा योजना का लाभ उठाए।

क्लेम भुगतान में अधिकतर व्यवधान कृषकों की आधार संख्या या बैंक खाता संख्या गलत होने से हुआ है। इस संबंध में जिले के कृषकों से आग्रह किया कि कृषक विशेषकर अपनी आधार संख्या व आधार लिंक खाता संख्या को जांच कर सही अंकन कराएं। ताकि भविष्य में क्लेम प्राप्त करने में परेशानी का सामना ना करना पड़े।