Safeda Farming: इस पेड़ की खेती चंद सालों में ही आपको बना देगी करोड़पति!
Haryana Update: इसकी खेती करने के लिए किसी खास जलवायु की जरूरत भी नहीं पड़ती है. इसे किसी भी तरह के मौसम में उगाया जा सकता है.
यहां होता है इसकी लकड़ियों का उपयोग
बता दें कि बाजार में भी सफेदा की लकड़ियों की काफी मांग है. इसकी लकड़ियों का उपयोग फर्नीचर, ईंधन तथा कागज का लुगदी बनाने के काम आता है. हालांकि इसकी खेती के दौरान किसानों को संयम बरतने की जरूरत है. अगर किसान ने किसी तरीके से 10 से 12 साल इंतजार कर लिया है. इस पेड़ की खेती उसे करोड़पति भी बना देगी. अगर खेतों में इसके पेड़ सघन तरीके से लगाए गए हैं तो किसान इनकी लकड़ियों का उपयोग पेड़ लगाने के चौथे साल में ही उपयोग कर सकते हैं.
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इसकी खेती पर क्या कहती है सरकार
बता दें कि सरकार सफेदा की खेती को लेकर अपनी तरफ से प्रोत्साहित नहीं करती है, लेकिन उसकी तरफ से किसानों को इसकी खेती करने से रोका नहीं जाता है. सरकार की तरफ से सफेदा की खेती करने का फैसला किसानों के ऊपर छोड़ दिया गया है.
एक हेक्टेयर में लगाएं 3 हजार पौधे
विशेषज्ञों के अनुसार एक हेक्टेयर क्षेत्र में यूकेलिप्टस के 3000 हजार पौधे लगाए जा सकते हैं. इस पौधे की नर्सरी से बहुत ही आसानी से 7 या 8 रुपए में ही मिल जाते हैं. इस अनुमान से इसकी खेती में 21 हजार से 30 हजार रुपये का ही खर्चा आता है. इसके अलावा इसकी देख-रेख और सिंचाई में अलग 20 से 30 हजार रुपये सालाना खर्चे आते हैं.
Kheti-Kisani Tips: मालामाल कर देगी इस पेड़ की खेती
मिलेगा बंपर मुनाफा
यह पेड़ केवल 5 सालों में अच्छी तरह से विकास कर लेता है, जिसके बाद इसे काटा जा सकता है. लेकिन ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए विशेषज्ञ इसकी कटाई 10 से 12 सालों में करने की सलाह देते हैं. बता दें कि एक पेड़ से लगभग 400 किलो लकड़ी प्राप्त होती है. बाज़ार में यूकलिप्टस की लकड़ी 6 से 9 रुपए प्रति एक किलो के भाव से बिकती है. ऐसे में अगर हम एक हेक्टेयर में तीन हजार पेड़ लगाते हैं. तो आसानी से एक करोड़ रुपये तक कमा सकते हैं.