7th Pay Commission: कर्मचारियों की छुट्टी नीति में बदलाव, अब मिलेगी सिर्फ इतनी छुट्टी

7th Pay Commission: चाइल्ड केयर लीव के तहत ली गई छुट्टियों के लिए अधिकारियों को पहले 365 दिनों तक पूरी तरह से भुगतान किया जाएगा। जबकि दूसरा व्यक्ति वर्ष के 365 दिनों के लिए 80% की सैलरी मिलेगी।

 

Haryana Update: आपको बता दें, की ऑल इंडिया सर्विसेस के कर्मचारियों के लिए सरकार ने चाइल्ड केयर लीव नियमों में बदलाव किया है। अब वे अपने पहले दो बच्चों के लिए पूरे काम के दौरान दो साल की पेड लीव ले सकते हैं। लेकिन इसका लाभ सभी को नहीं मिलेगा।

जारी हो चुका है, गजट नोटिफिकेशन कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने 1995 के ऑल इंडिया सर्विसेस (लीव) रूल्स के चाइल्ड केयर प्रावधान में संशोधन किया है। इसके लिए अतिरिक्त गजट नोटिफिकेशन प्रकाशित किया गया है। ऑल इंडिया सर्विसेस के सरकारी बाबुओं को भी 7वें वेतन आयोग से भुगतान मिलता है, इसलिए छुट्टी का कानून बदल दिया गया है।

सरकार की नई बाल सुरक्षा छुट्टी नीति के अनुसार, सरकारी बाबू अपने पहले दो बच्चों की देखभाल के लिए अधिकतम 730 दिन की छुट्टी पाने के हकदार होंगे। किसी भी एकल अधिकारी (सिंगल फादर) को ये छुट्टी मिलेगी।

कोई अधिकारी के मंजूर करने के बाद अधिकारियों को ये छुट्टी मिलेगी। उसे अपने पहले दो बच्चों की देखभाल के लिए 730 दिन की छुट्टी मिल सकती है। इसके लिए बच्चे भी 18 वर्ष से कम होने चाहिए। बच्चों की देखभाल के लिए छुट्टी केवल शिक्षा या बीमारी में देखभाल के लिए मिलेगी।

Single Fathers अविवाहित, विदुर और तलाकशुदा पुरुष हैं। जब तक अधिकारी प्रोबेशन पीरियड में रहेंगे, तब तक उन्हें बाल सुरक्षा कानून का लाभ नहीं मिलेगा।

मिलेगा पूरी सैलरी
चाइल्ड केयर लीव के तहत ली गई छुट्टियों के लिए अधिकारियों को पहले 365 दिनों तक पूरी तरह से भुगतान किया जाएगा। जबकि दूसरा व्यक्ति वर्ष के 365 दिनों के लिए 80% की सैलरी मिलेगी।

इतना ही नहीं, इन छुट्टियों को एक साल में कई भागों में बाँट सकते हैं। साल में तीन टुकड़े ही ले सकते हैं। लेकिन महिला अधिकारियों को छुट्टियां छह भागों में लेने की अनुमति मिलेगी। चाइल्ड केयर लीव पॉलिसी के तहत एक बार में पांच छुट्टी ही ली जा सकती हैं।

चाइल्ड केयर लीव पॉलिसी की छुट्टियों के लिए प्रत्येक कर्मचारी का अपना अलग छुट्टी अकाउंट होगा। अधिकारियों के लीव अकाउंट से छुट्टी कम होगी जैसे-जैसे वे छुट्टी लेते जाएंगे।