Mata Vashno Devi: मंदिर के रास्ते पर आई 'फ्लैश फ्लड',श्रृद्धालु को करना पडा मुश्किलों का सामना 

Mata Vashno Devi: 'Flash flood' came on the way to the temple, devotees had to face difficulties

 

Haryana Update: माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल (Mata Vaishno Devi shrine) में उस समय भगदड़ मच गई जब चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। तेज बारिश के कारण पानी नीचे की तरफ आने लगा, जिसके चलते श्रद्धालुओं (pilgrims) को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।






 

इस पूरी घटना का वीडियो में सामने आया है, जिसमें वैष्णो देवी जाने वाले रास्ते पर बाढ़ जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं। (The entire incident has come to the fore in the video, in which flood-like conditions are visible on the way to Vaishno Devi.) 

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर (J&K) के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों (Trikuta Hills) पर स्थित माता वैष्णो देवी के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Temples of Mata Vaishno Devi) की यात्रा भारी बारिश के कारण रात भर अस्थायी रूप से रुकी रहने के बाद शनिवार सुबह फिर से शुरू हो गई है। यात्रा के आधार शिविर कटरा (Camp Katra)  के दर्शनी डोडी (sight dodi) से सुबह करीब साढ़े छह बजे 1,500 से अधिक श्रद्धालुओं को पुराने मार्ग से यात्रा शुरू करने की अनुमति दी गई है।

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अधिकारियों ने बताया कि नए मार्ग के नाम से जाना जाने वाला हिमकोटि (बैटरी कार) मार्ग (Himkoti (Battery Car) Route) अब भी बंद है और वहां रास्ता साफ करने का काम चालू है। इसके अलावा खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवाएं भी निलंबित (Helicopter services also suspended) हैं। भारी बारिश शाम करीब छह बजे शुरू होकर आधी रात तक जारी रही। जब बारिश आरंभ हुई, उस समय हजारों तीर्थयात्री तीर्थस्थल पर मौजूद थे।

 


सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो (social media video viral) में वैष्णो देवी मार्ग पर बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं। एक तीर्थयात्री ने बताया कि- उन्होंने मंदिर में भारी बारिश के बारे में सुना था, लेकिन इसके बावजूद वह 'माता के बुलावे' पर यहां आए। उन्होंने कहा- हम जल्द ही भवन के लिए रवाना होकर उनका (वैष्णो देवी का) आशीर्वाद लेंगे। वही भारी बारिश के कारण दर्शन किए बिना आधार शिविर लौटने के कारण कुछ तीर्थयात्री निराश हैं।

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पहाड़ी से नीचे बहते पानी को देखकर तीर्थयात्री डर गए थे, लेकिन श्राइन बोर्ड प्रबंधन (Shrine Board Management) ने उनकी सुरक्षा के प्रबंध किए। श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए शुक्रवार देर शाम कटरा पर यात्रियों को तीर्थयात्रा के लिए आगे बढ़ने से एहतियातन रोक दिया। आपदा प्रबंधन दलों और चिकित्सा इकाइयों को भी हर प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट पर रखा गया है।