क्या है देश के सबसे बड़े अशोक स्तम्भ की खासियत, जिसका पीएम मोदी ने किया अनावरण
Largest Ashok Stambh: पीएम मोदी (PM Modi) ने आज नयी दिल्ली(New Delhi) मे नए संसद भवन (New Parliament) की छत पर बने सबसे बड़े अशोक स्तम्भ (Ashok Stambh) का अनावरण किया। बता दे की ये अशोक स्तम्भ का वजन 9500 किलोग्राम है। ये कांस्य का बना है जिसकी ऊंचाई 6.5 मीटर है। ये अशोक स्तम्भ न्यू पार्लियामेंट बिल्डिंग के सेंट्रल फोयर के शीर्ष पर कास्ट किया गया है।इसके सपोर्ट के लिए 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना बनाई गयी है। राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तम्भ की ढलाई के लिए, संकल्प स्केच और प्रक्रिया, मिट्टी मॉडलिंग/ कंप्यूटर ग्राफिक्स से लेकर कांस्य और पोलिशिंग तक तैयारी 8 चरणों तक होकर गुजरी है।
Updated: Jul 11, 2022, 18:33 IST
प्रधानमंत्री मोदी(PM Modi) ने आज सुबह पूजा पाठ और वैदिक मंत्रोचार के साथ नयी दिल्ली मे बन रही नयी संसद भवन(New Parliament) की छत पर बने कांस्य के राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तम्भ(Ashok Stambh) का अनावरण किया। आपको ये जानकार गर्व होगा की इसे बनाने मे 2 हजार कर्मचारियों ने जी तोड़ मेहनत झोंकी है। इसकी ऊंचाई 20 फीट है। बता दें की सेंट्रल विस्टा का काम दिसंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा।
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जनवरी मे सेंट्रल पब्लिक वर्क डिपार्टमेन्ट (CPWD) ने नए संसद भवन के निर्माण मे बढ्ने वाली लागत की मंजूरी लोकसभा सचिवालय से मांगी थी। नए संसद भवन की लागत अब 1200 करोड़ तक जा सकती है। CPWD ने लागत बढ्ने का कारण भी बताया है। जिसमे स्टील की बढ़ रही लागत को बताया गया है।
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साल 2020 मे प्रोजेक्ट टाटा को नए संसद भवन का प्रोजेक्ट 971 करोड़ मे मिला था। इसके निर्माण की समय सीमा अक्तूबर 2022 तय की गयी थी।
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अशोक स्तम्भ के अनावरण के समय पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, आवास व शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पूरी और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे। नए अशोक स्तम्भ को पहले संसद भवन के शिखर पर लगाने का सुझाव था लेकिन बाद मे इसे बदलते हुए भवन की ऊपरी मंजिल पर लगाया गया।
इस स्तम्भ के शिखर पर 4 शेर है जिसके मुंह चारों दिशाओं मे है। इनके पीछे की और स्तम्भ बनाए गए है। सामने की और धर्म चक्र बनाया गया है जो भारत की शक्ति, साहस, अखंडता, गर्व व विश्वास का प्रतीक है। धर्म चक्र के दोनों और बैल और घोडा बनाया गया है।