Ayurveda Day: इस दिन पंचकुला में होगा आयुर्वेद दिवस का मुख्य कार्यक्रम, पूरे देश से किसान होंगे मौजूद, औषधिय पौधो की दी जाएगी जानकारी

Ayurveda Day:‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान से देश के किसान आयुर्वेद दिवस के दौरान बहुत से जुड़ रहे हैं। ‘किसानों के लिए आयुर्वेद’ कार्यक्रम के तहत उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग होने वाले पौधों और जड़ी बूटियों की खेती के गुणों से अवगत कराया जा रहा है।

 

Ayurveda Day:‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान से देश के किसान आयुर्वेद दिवस के दौरान बहुत से जुड़ रहे हैं। ‘किसानों के लिए आयुर्वेद’ कार्यक्रम के तहत उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग होने वाले पौधों और जड़ी बूटियों की खेती के गुणों से अवगत कराया जा रहा है।

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10 नवंबर, 2023 को हरियाणा के पंचकूला में ‘आयुर्वेद दिवस’ का मुख्य कार्यक्रम होगा। देश भर के किसान इस आयोजन में हिस्सा ले सकते हैं और औषधीय पौधों की खेती के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ‘एक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद’ अभियान के तहत देश भर के किसानों को संवेदनशील बनाया जा रहा है, बैठकों, परस्पर वार्ताओं, कार्यक्रमों और संचार के विभिन्न साधनों का उपयोग करके। www.ayurvedaday.org.in एक वेबसाइट है जिसे केंद्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (CSCR) ने आयुर्वेद दिवस को मनाने के लिए बनाया है। ‘एक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद’ अभियान से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए विश्व भर से आगंतुक वेबसाइट पर जा सकते हैं और इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

‘आयुर्वेद दिवस’ को सफल बनाने में आयुष मंत्रालय सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है। ‘आयुर्वेद दिवस’ अभियान से देश भर के किसानों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, न सिर्फ विद्यार्थियों को। देशभर से किसानों को समूह बैठकों, व्यक्तिगत परस्पर वार्ताओं, व्याख्यान और कार्यशालाओं के माध्यम से इस अभियान से जोड़ा जा रहा है। देश भर में 37 राज्य औषधीय पादप बोर्ड (एसएमपीबी) और सात क्षेत्रीय सह सुविधा केंद्र (आरसीएफसी) किसानों को ‘आयुर्वेद दिवस’ अभियान से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इन केंद्रों से जुड़े सहयोगी किसानों को घर-घर जाकर औषधीय पौधे देते हैं और उनकी भागीदारी को बढ़ाते हैं। आयुष मंत्रालय से संबंधित सभी संस्थान और मंत्रालयों की टीमें लगातार ‘आयुर्वेद दिवस’ को वैश्विक कार्यक्रम के रूप में मनाने की तैयारी कर रहे हैं।