CG Election 2023: सरकार चाहे किसी की भी हो किसानों की होगी मौज, जानें क्या है पूरी खबर

CG Election 2023: भारतीय किसान संघ के प्रदेश महासचिव नवीन शेष ने कहा कि त्योहारों और चुनावों के कारण धान की फसल में देरी हुई है, और किसान दिसंबर में किस पार्टी की सरकार बनेगी, क्योंकि दोनों प्रमुख पार्टियों ने किसानों के लिए बड़े वादे किए हैं। किसी की भी सरकार हो, किसानों को लाभ मिलना तय है।
 

CG Election 2023: भारतीय किसान संघ के प्रदेश महासचिव नवीन शेष ने कहा कि त्योहारों और चुनावों के कारण धान की फसल में देरी हुई है, और किसान दिसंबर में किस पार्टी की सरकार बनेगी, क्योंकि दोनों प्रमुख पार्टियों ने किसानों के लिए बड़े वादे किए हैं। किसी की भी सरकार हो, किसानों को लाभ मिलना तय है।

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राज्य मंत्रालय, रायपुर भाजपा और कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र जारी करने के बाद से धान खरीदी धीमी हो गई है। किसान नई सरकार की प्रतीक्षा में अपनी फसल लेकर खरीद केंद्रों पर नहीं जा रहे हैं। अब तक केवल 5% किसानों ने धान बेचा है। 517,000 टन धान करीब 13,377 किसानों ने बेचा है।

3 दिसंबर को सरकार किसकी बनेगी?

बैंक लिंकिंग प्रणाली ने किसानों को धान के बदले 958.08 करोड़ रुपये दिए हैं। 18 नवंबर तक के आंकड़े देखें। भारतीय किसान संघ के प्रदेश महासचिव नवीन शेष ने कहा कि त्योहारों और चुनावों के कारण धान की फसल में देरी हुई है, और किसान दिसंबर में किस पार्टी की सरकार बनेगी, क्योंकि दोनों प्रमुख पार्टियों ने किसानों के लिए बड़े वादे किए हैं। किसी की भी सरकार हो, किसानों को लाभ मिलना तय है।

दुर्ग के किसान लीलाधर और कुम्हारी के किसान रामकुमार ने कहा कि दोनों पार्टियों ने घोषणाएं की हैं और किसानों को उसी के अनुरूप लाभ मिलेगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2023–2024 में पंजीकृत किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान खरीदने का फैसला किया है। पिछले वर्ष की तरह, बैंक लिंकिंग प्रणाली से धान की खरीद 1 नवंबर, 2023 से शुरू हुई और 31 जनवरी तक चलेगी।

BJP ने दो साल का बोनस घोषित किया है

1 नवंबर 2023 से 28 फरवरी तक इसी तरह की मक्का खरीद होगी। यह वर्ष किसानों से 125 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य है। 25 लाख राज्य किसान धान बेचेंगे। कांग्रेस-भाजपा ने 20 क्विंटल धान प्रति एकड़ 3200 रुपये में खरीदने का वादा किया है। बीजेपी ने 21 क्विंटल धान प्रति किलो 3100 रुपये में खरीदने की घोषणा की है। बीजेपी ने दो वर्ष का बोनस भी देने का वादा किया है। इसलिए किसान अब 3 दिसंबर का इंतजार कर रहे हैं ताकि अपना पूरा लाभ प्राप्त कर सकें।

अगर वे अभी धान बेचते हैं तो उन्हें 2,183 रुपये प्रति क्विंटल की मौजूदा दर पर भुगतान किया जाएगा, अगर वे 8 नवंबर तक 8 लाख 67 हजार 487 टन धान खरीद लेंगे। किसानों को 3 दिसंबर के बाद समर्थन मूल्य और राज्य सरकार की योजनाओं से लाभ मिलेगा। इससे धान की लागत अधिक होगी। खाद्य विभाग ने 18 नवंबर 2022 तक 261,346 किसानों से 867,487 टन धान खरीदा था। बैंक लिंकिंग प्रणाली ने किसानों को धान के बदले 1,777.59 करोड़ रुपये दिए।

धान का उत्पादन इस वर्ष 11 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है

राज्य सरकार ने पिछले साल 110 लाख टन धान का उत्पादन किया था। राज्य में 25.91 लाख किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचा, जिनमें से लगभग 2.18 लाख नए किसान थे। धान अधिप्राप्ति के लिए प्रत्येक केंद्र पर व्यवस्था की गई है। अब तक, इस वर्ष लगभग पांच प्रतिशत धान खरीद लिया गया है। त्योहारों और चुनावों ने कृषकों को व्यस्त कर दिया था। अब गति बढ़ेगी