CIBIL Score : कैसे बढ़ता है CIBIL Score ? फटाफट जान लें Rules 

क्रेडिट स्कोर आपकी विश्वसनीयता का मापन करता है। बैंक आपको लोन देना चाहिए या नहीं निर्धारित करते हैं आपका क्रेडिट स्कोर। साथ ही इससे लोन की ब्याज दर भी प्रभावित होती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

 

Haryana Update : जब लोन का मुद्दा उठता है, तो सबसे पहले क्रेडिट स्कोर का उल्लेख किया जाता है। बैंक आपको लोन देना चाहिए या नहीं निर्धारित करते हैं क्रेडिट स्कोर। साथ ही इससे लोन की ब्याज दर भी प्रभावित होती है। यानी अगर आपका अच्छा क्रेडिट स्कोर है, तो आप आसानी से लोन पा सकते हैं और बेहतर ब्याज दरों के साथ। लेकिन स्कोर कमजोर होने पर लोन मुश्किल से मिलता है और अगर मिल गया तो उस पर अधिक ब्याज वसूला जाता है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि क्रेडिट स्कोर को किस आधार पर बनाया जाता है और इसे कौन बनाता है? इसके बारे में अधिक जानें:

जानिए कौन आपकी क्रेडिट रिपोर्ट बनाता है

आपकी क्रेडिट रिपोर्ट सभी क्रेडिट बयूरो को भेजी जाती है। इनमें ट्रांसयूनियन सिबिल, इक्विफैक्स, एक्सपेरियन और सीआरआईएफ हाईमार्क जैसी क्रेडिट इंफर्मेशन कंपनियों का नाम शामिल है, जो लोगों के वित्तीय रिकॉर्ड को इकट्ठा करते हैं, इसे संरक्षित करते हैं और इस डेटा के आधार पर क्रेडिट रिपोर्ट और क्रेडिट स्कोर बनाते हैं। ये क्रेडिट बयूरो बैंकों और अन्य फाईनेंस कंपनियों से जमा ग्राहक के डेटा लेते हैं, जैसे बकाया लोन राशि, पुनर्भुगतान रिकॉर्ड, नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन और अन्य क्रेडिट संबंधी जानकारी, और इसके आधार पर सिबिल स् कोर बनाते हैं।

ये उपकरण सिबिल स्कोर बनाते समय खासतौर पर देखे जाते हैं

आपकी क्रेडिट हिसट्री बननी शुरू होती है जब आप पहली बार लोन या क्रेडिट कार्ड लेते हैं। सिबिल सकोर बनाते समय सबसे पहले आपका क्रेडिट हिस्सा देखना होगा। यह सिर्फ आपका रिपेमेंट रिकॉर्ड और आपकी क्रेडिट हिसट्री की उम्र बताता है। आपके सिबिल सकोर भी इस क्रेडिट हिसट्री से प्रभावित होता है।

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सिबिल स्कोर बनाते समय आपका क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो (CUR) भी देख लिया जाता है।  CUR यानी आपके पास मौजूदा क्रेडिट लिमिट का कितना प्रतिशत आप उपयोग करते हैं। अगर आप क्रेडिट कार्ड का उपयोगकर्ता हैं, तो अपने कार्ड से तीस प्रतिशत तक का ही उपयोग करें। क्रेडिट कार्ड से बहुत बड़ी खरीदें करने से बचें। अधिक क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो बताता है कि आपकी क्रेडिट कार्ड पर बहुत अधिक निर्भरता है। यह आपके सिबिल स्कोर पर प्रभाव डालता है।


आपके क्रेडिट मिक्स पर निर्भर करता है कि आपने पहले कितने सिक् योर्ड और अनसिक् योर्ड लोन लिए हैं। तुम्हारा क्रेडिट मिक् स सही होना चाहिए। यदि आपने पहले अनसिक्योर्ड लोन (जैसे पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड आदि) बहुत बार लिया है, तो आपके पास कम पैसा है और आप क्रेडिट पर बहुत निर्भर हैं। साथ ही, अगर आप जरूरत पड़ने पर सिक् योर्ड और अनसिकयोर्ड दोनों तरह के लोन लेते रहे हैं और सभी को समय पर भुगतान किया है, तो आप हर तरह के लोन को नियंत्रित करने में सक्षम हैं। यह आपके क्रेडिट मिकस को संतुलित बनाए रखता है।


सिबिल सकोर बनाते समय अन्य बातें भी विचार की जाती हैं, जैसे आपने पहले कभी लोन भुगतान किया है या अगर आप लोन के गारंटर हैं और भुगतान नहीं हो रहा है, तो आपका क्रेडिट रिकॉर्ड गड़बड़ होता है, जो आपके सिबिल सकोर पर सीधा असर डालता है।