सीएम नायब सैनी का बड़ा ऐलान, Hisar मे स्थापित होगी 800 मेगावाट की पावर यूनिट

Haryana Update, Hisar: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश में बढ़ती बिजली खपत के बीच बड़ा ऐलान किया। सीएम ने राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ के क्षमता बढ़ाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि खदेड़ में अब अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल पावर यूनिट 7250 करोड़ की लागत से लगाई जाएगी।

 

Haryana News: इस हफ्ते सोमवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ की 800 मेगावाट क्षमता बढाने का ऐलान किया। सीएम ने कहा की पिछले 10 वर्षों में बिजली की खपत दो गुना बढ़ गई है। जिसे पूरा करने के लिए पावर प्लांट की क्षमता बढ़ाना आवश्यक हो गया है। उन्होंने खेदड़ प्लांट के लिए बड़ी घोषणा करते हुए कहा सीएम सैनी ने कहा, "राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ (हिसार) में 800 मेगावाट क्षमता की एक अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल पावर यूनिट 7250 करोड़ की लागत से लगाई जाएगी।

Read Also- Hisar Airport से इन 5 राज्यों के लिए शुरू होगी फ्लाइट, जानिए कब शुरू होगा एयरपोर्ट

इस मौके पर सीएम घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने की प्रदेश सरकार के प्रयासों का भी जिक्र किया। सीएम ने कहा, "हरियाणा प्रदेश के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को राहत देते हुए हमने यह निर्णय कर लिया है कि जितने यूनिट बिजली खर्च होगी उतना ही बिल आएगा। हमने मंथली मिनिमम चार्ज (MMC) को समाप्त कर दिया है।"

बता दें कि राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ में 1200 मेगावाट की क्षमता की दो यूनिट पहले से हैं, जिसमें दोनों यूनिट 600-600 मेगावाट का उत्पादन देती हैं। खेदड़ थर्मल प्लांट की यूनिट नंबर दो मई महीने के पहले सप्ताह में खराब हो गई थी।'

You May Also Like- हरियाणा पंजाब को जोड़ने वाला नया Highway जल्द होगा शुरू, मिलेगी ये सब सुविधा

दरअसल, यूनिट नंबर दो के रोटर में खराबी आई थी, जिसके बाद चीन से नए रोटर के लिए ऑर्डर किया गया था। नए रोटर को मिलने में समय लग रहा था। इसी बीच प्लांट को चलाने के लिए पुराना रोटर खरीदा गया। पुराने रोटर से वैकल्पिक व्यवस्था की आपूर्ति शुरू कर दी गई थी।

इस वर्ष की शुरुआत यानी जनवरी महीने में जब नया रोटर लगाया गया तो उसमें कंपन अधिक आने लगी, जिसके चलते यूनिट पूरा लोड नहीं ले पा रही थी। ऐसे में भारत हैवी इंजीनियरिंग लिमिटेड के इंजीनियर्स की टीम ने कड़ी मशक्कती। बाद में चीन के इंजीनियर्स को बुलाया गया ,जिसके बाद रोटर की खराबी को दूर की गई थी। इस दौरान विद्युत उत्पादन काफी प्रभावित हुआ था। ऐसे में अब सरकार ने पावर प्लांट की क्षमता बढ़ाने के साथ कई बड़े अहम बदलाव की तैयारी में है।