Delhi News: दिल्ली-NCR के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में भी दिखा प्रदूषण का कहर 

दिल्ली-NCR में फैले प्रदूषण ने पाकिस्तान से लेकर बंगाल की खाड़ी तक अपना कहर बरसाया है, वायु में फैली जहरीली गैस का असर आसपास के क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है, इस बात का प्रमाण देते हुए NASA के सैटेलाइट ने कुछ तस्वीरें प्रस्तुत की है।  

 

Haryana Update: पहले तो केवल दिल्ली-NCR के प्रदूषण की समस्या को लेकर आम जनता परेशान थी, परंतु हाल ही में नासा के वर्ल्डवाइड सैटेलाइट द्वारा प्रस्तुत की गई तस्वीरों से पता चला है कि आसपास के क्षेत्रों पंजाब, हरियाणा,उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी जहरीली गैस का बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है। नासा द्वारा प्रस्तुत तस्वीरें देखने में बहुत ही डरावनी लग रही हैं,  उनमें उत्तरी मैदानी क्षेत्रों में धूंध की मोटी चादर छाई हुई प्रतीत होती है। और आसपास के शहरों में हवा की गुणवत्ता को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है।

आइये जानते हैं आज के AQI का बारे में

दिल्ली में  8 नवंबर का AQI 421 था, जो वायुमंडल के संतुलन के लिए बहुत हानिकारक बताया गया है।  इस प्रकार गंभीर स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता सूचकांक को मापने का निर्णय लिया गया,और बताया गया कि गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 382, गुरुग्राम में 370, नोयडा में 348, ग्रेटर नोयडा में 474और फरीदाबाद में 396 था।

जब एक नवंबर को की गई AQI की जाँच की तुलना वर्तमान में की गई जाँच से की तो पता चला कि वायुमंडत की स्थिति दिन भर दिन गंभीर होती जा रही है।

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AQI क्या है, और इससे प्रदूषण की जाँच कैसे कि जाती है

वायु गुणवत्ता सूचकांक एक नंबर होता है, जिससे हम वायु की गुणवत्ता का मापन आसानी से कर सकते हैं। इससे हमें वायु में मौजूद प्रदूषण के स्तर का भी पता चलता है, AQI से मापन करते वक्त जो रीडिगं आती है उसके अनुसार वायु की गुणवत्ता को 6 भागों मे बाँटा गया है। 0 से 50 के बीच हो तो AQI अच्छा माना जाता है, 51 और 100 के बीच हो तो संतोषजनक, 101 और 200 तक मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब, 401 और 500 के बीच हो तो AQI का स्थिति बहुत गंभीर मानी जाती है।