Delhi News: दिल्ली के इन इलाकों में है पानी की कमी, हिंदुओं का पानी मुसलमानों को दे रही केजरीवाल सरकार, BJP नेता का बड़ा दावा!

Delhi News:उसका सबसे बड़ा कारण है कि इसको कुछ खास इलाकों में बांटा जा रहा है और बाकी दिल्ली का पानी रोका जा रहा है। पानी की किल्लत के जितने भी वीडियो दिख रहे हैं। 

 

Haryana Update: आपको बता दें, की दिल्ली लगभग एक महीने से भारी गर्मी के कारण जलसंकट का सामना कर रही है। राजधानी के अधिकतर क्षेत्रों में नहाने और पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं है। टैंकर आते ही लोग बाल्टी-डिब्बे और पाइप लेने लगते हैं। पानी पर राजनीति और बहस भी तेज हो गई है। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने इसमें हिंदू-मुसलमान का मुद्दा जोड़ा है। कपिल मिश्रा, जो पहले 'आप' का एक महत्वपूर्ण सदस्य था, ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार धर्म के आधार पर पानी का बंटवारा कर रही है। आम आदमी पार्टी ने मिश्र के आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 

कपिल मिश्रा ने एक वीडियो जारी करके दावा किया कि केजरीवाल सरकार हिंदू इलाकों का पानी रोककर मुस्लिम बहुल इलाकों में दे रही है। दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने कहा, दिल्ली में पानी का जो भयानक संकट है उसका सबसे बड़ा कारण है कि इसको कुछ खास इलाकों में बांटा जा रहा है और बाकी दिल्ली का पानी रोका जा रहा है। पानी की किल्लत के जितने भी वीडियो दिख रहे हैं, वे बाहरी दिल्ली, राजेंद्र नगर, आनंद पर्वत, गोविंदपुरी, देवली, संगम विहार, भजनपुरा, यमुना विहार, राजेंद्र नगर और जामा मस्जिद इलाकों से हैं; लेकिन सीलमपुर, जाफराबाद, सीमापुरी, पुरानी दिल्ली और जामा मस्जिद इलाकों से नहीं हैं।

कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली सरकार धर्म के आधार पर पानी का बंटवारा कर रही है, इसलिए एलजी से मामले की जांच करने की मांग की। उनका कहना था कि सीलमपुर, सीमापुरी, बाबरपुर के इलाकों को मौजपुर, यमुनाविहार, भजनपुरा, गोकुलपुरी का पानी मिल रहा है। वह भी मुस्लिम बहुल इलाकों में है। ओखला पानी से भर रहा है। अल्लाह कॉलोनी पटपड़गंज का पानी देती है। त्रिलोकपुरी में जलापूर्ति की जा रही है। राजेंद्रनगर, करोलबाग और आनंदपर्वत में जामा मस्जिद से पानी मिलता है। क्यों ऐसा हो रहा है? धर्म भी पानी बाँटा जाएगा क्या? बकरीद के लिए विशेष व्यवस्था करनी चाहिए, लेकिन धर्म के आधार पर पानी का वितरण उचित नहीं है। मैं उपराज्यपाल जी से अपील करता हूं कि वे देखें कि क्या कुछ धार्मिक क्षेत्रों में पानी रोककर भेजा जा रहा है।