Gas Cylinder : 1 अक्टूबर से LPG सिलेंडर की कीमत में होगा बदलाव, जानिए सभी राज्य के रेट

लोकसभा चुनावों के बाद भारत सरकार द्वारा घरों और व्यवसायों के लिए एलपीजी सिलेंडर सस्ता करने के बाद लोग आस लगाए बैठे हैं कि सरकार इसे और भी सस्ता करेगी। आइए जानते हैं कि 1 अक्टूबर को एलपीजी सिलेन्डर के दाम मे बदलाव होगा या नहीं।
 

मोदी सरकार ने घर में खाना पकाने के लिए गैस की कीमत कम कर दी है। अगस्त में, उन्होंने गैस सिलेंडर की कीमत 200 रुपये घटाकर दिल्ली में अब 903 रुपये हो गई है। अक्टूबर के त्यौहारी सीज़न के कारण अधिकांश लोग गैस का उपयोग करेंगे। अगले महीने सरकार इसे और भी सस्ता करेगी या नहीं, हमें देखना होगा।

1 सितंबर 2014 को दिल्ली में गैस सिलेंडर 901 रुपये में बेचा गया था। अगले महीने कीमत 880 रुपये हो गई, लोग 21 रुपये बच गए। लेकिन २३ दिन बाद कीमत ८८३ रुपये हो गई। 2015 अक्टूबर में कीमत और भी कम होकर 517 रुपये हो गई, जो पिछले महीने 42 रुपये और 2014 अक्टूबर से 366 रुपये सस्ती थी।

2016 में एक सिलेंडर 492 रुपये का था।

2016 में गैस सिलेंडर की कीमत दो बार बदली गई। सितंबर 2016 में दिल्ली में घरों के लिए गैस सिलेंडर 466.50 रुपये थे। लेकिन 1 अक्टूबर 2016 को यह 490 रुपये हो गया था, और 28 अक्टूबर को 492 रुपये हो गया था। 2017 में 1 सितंबर को गैस सिलेंडर की कीमत 597.50 रुपये थी, जो 1 अक्टूबर को 649 रुपये हो गई।

RBI New Rules : 1 अक्टूबर से ये नोट भी होने जा रहे हैं बैन, अब चलेंगे ये नोट

सरकार लोगों को मुफ्त खाना और भारी मात्रा में गैस सिलेंडर देने की योजना बना रही है। वे जल्द ही हमें इसकी जानकारी दे सकते हैं। 2018 में उन्हें 800 से अधिक सिलेंडर बांटे गए।

समय के साथ लोगों को खाना पकाने के लिए अधिक पैसा खर्च करना पड़ा। गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ती गई। 2018 अक्टूबर में इसकी कीमत 879 रुपये थी, लेकिन 2019 सितंबर में 820 रुपये हो गई। 2019 अक्टूबर में 605 रुपये और 2019 सितंबर में 590 रुपये की कीमतें वहीं रही। 2020 से अक्टूबर तक इसकी कीमत 594 रुपये थी। 2021 में यह 899 रुपये हो गया था। 6 अक्टूबर 2021 को ये कीमतें अंतिम बार बदली गईं।

6 अक्टूबर 2021 को घर में खाना पकाने के लिए गैस की लागत में बदलाव हुआ। 22 मार्च 2022 को इसकी कीमत 949.50 रुपये हो गई। 1 मार्च 2023 तक कीमत 1103 रुपये तक बढ़ जाएगी। लेकिन अगस्त में इसकी कीमत 200 रुपये गिर गई। सितंबर में कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ। हमें नहीं पता कि चुनावी वर्ष में सरकार फिर से कीमतें कम करेगी या नहीं। यह अक्टूबर के रुझान को देखते हुए संभव नहीं लगता।