Home Loan : होम लोन भी भरा तो भी कोई बात नहीं, RBI ने जारी की नई Guideliness

RBI News : नौकरीपेशा लोग अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अक्सर लोन का सहारा लेते हैं, जो घर खरीदने से लेकर कार खरीदने तक जाता है। लोन उनके लिए अक्सर मुसीबत बन जाता है। समय पर किस्त नहीं चुकाने पर लोन डिफॉल्टर होने का भी खतरा है। हम लोगों को समझते हैं जो लोन भुगतान करने में कुछ समय के लिए असमर्थ हैं। RBI के ये नियम उनके लिए कैसे फायदेमंद हैं?
 

Haryana Update : अगर आपके पास पर्याप्त धन नहीं है, तो आप अपने सपने को पूरा कर सकते हैं, चाहे वह घर बनाना हो या नई कार खरीदना हो। इसके लिए बैंक EMI की सुविधा देते हैं। अक्सर लोग अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए व्यक्तिगत लोन लेते हैं। व्यक्ति को ईएमआई भरने में जितनी मुश्किल होती है, उतना ही आसानी से लोन मिलता है। वह अक्सर समय पर लोन नहीं चुका पाता। ऐसी समस्या को दूर करने के लिए रिज़र्व बैंक ने एक नियम बनाया है। जानते हैं।

 
RBI का नियम क्या है?


CIBIL स्कोर व्यक्ति के क्रेडिट कार्ड या लोन के खर्चों को ट्रैक करता है। हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार, पर्सनल लोन भी कोरोना काल से पहले के स्तर पर चला गया है और क्रेडिट कार्ड से खर्च बढ़ गया है। उस आंकड़े को भी कुछ जगह पार कर गया है।

RBI के नियमों के अनुसार, जो लोग अपने लोन की ईएमआई समय पर नहीं पूरा कर पा रहे हैं या तय राशि देने में सक्षम नहीं हैं, वे रीस्ट्रक्चर का विचार कर सकते हैं। यानी अगर किसी व्यक्ति की EMI 50 हजार रुपये है। उसकी ईएमआई 50 हजार से कम होकर 25 हजार रुपये तक हो सकती है अगर वह चाहे तो लोन पीरियड में बदलाव करेगा।

यह राशि आपकी सुविधानुसार निर्धारित की जाती है। यदि कोई ऐसा करता है, तो वह EMI के दबाव से बच जाता है और लोन डिफॉल्टर बनने से बच जाता है।

सिबिल स्कोर पर कोई असर नहीं

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जब कोई बैंक किसी को लोन देता है, तो वह पहले उसके क्रेडिट रिकॉर्ड की जांच करता है। लोन देने से पहले बैंकों को उसके क्रेडिट रिकॉर्ड की जांच करनी चाहिए। बैंकों को बहुत मुश्किल से लोन देते हैं जब किसी व्यक्ति पर लोन डिफॉल्टर का टैग लगता है। बैंकों को भी लोन देने से सीधे मना कर दिया गया है।

याद दिलाना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर अलग-अलग होता है। यह उस व्यक्ति द्वारा लिए गए लोन और समय पर भुगतान किए गए EMI पर निर्भर करता है। स्कोर पर अन्य कारक भी जिम्मेदार होते हैं, लेकिन समय पर भुगतान करना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। एक व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर 300 से 900 तक हो सकता है। 700 से अधिक क्रेडिट स्कोर वाले लोन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इसे इस कैटेगरी में बेहतर मानते हैं।