हनीप्रीत बनीं डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन, अन्य 13 सदस्यों की नई सूची भी आई सामने
डेरा प्रेमियों के एक धड़े 'फेथ वर्सेज वर्डिक्ट' ने दावा किया कि हनीप्रीत को गुपचुप तरीके से डेरे का वाइस पैटर्न और डेरा सच्चा सौदा मैनेजमेंट का चेयरपर्सन बना दिया गया है।
इससे हनीप्रीत को धीरे- धीरे गद्दी का उत्तराधिकारी बनाया जा रहा है। दावा किया गया है कि गुरुग्राम में डेरा प्रमुख की पैरोल के दौरान इसमें बदलाव किए गए।
फेथ वर्सेज वर्डिक्ट ग्रुप ने इससे संबंधित कागजात भी वायरल किए हैं। डेरे के एक प्रवक्ता ने इस बारे में कहा कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है। वह मैनेजमेंट से बात करके औपचारिक पक्ष देंगे।
नए कागजात में डॉ. पीआर नैन चेयरपर्सन नहीं
ट्रस्ट के इन कागजात में डेरे के मौजूदा चेयरपर्सन डॉ. पीआर नैन इंसा का नाम नहीं है। जबकि पीआर नैन को डेरा प्रमुख ने अपनी नौंवी चिट्टी में डेरा सच्चा सौदा ट्रस्ट का चेयरपर्सन घोषित किया था।
तब डेरा प्रमुख गुरुग्राम में पैरोल पर आया था। उससे पहले विपासना इंसा डेरे की चेयरपर्सन थी। बता दें कि राम रहीम साध्वी यौन शोषण, रणजीत हत्याकांड और पत्रकार छत्रपति की हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है। इस समय वह रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है।
इन कागजात में लिखा गया है कि यह डीड 21 फरवरी 2022 को ट्रस्ट के निर्माता गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां गद्दीनशीन डेरा सच्चा सौदा साउथ सिटी 2 एच ब्लॉक, सेक्टर 50 नजदीक बानी स्कवायर मार्केट, गुरुग्राम जिला द्वारा बनाई गई है।
इस डीड के तहत अमेंडमेंट की जा रही है। डीड क्लॉज 5, सब क्लॉज (2) इस प्रकार बदला जा रहा है। हनीप्रीत इंसा, जो कि गुरमीत राम रहीम सिंह की मुख्य शिष्या व धर्म की बेटी है, मौजूदा चेयरपर्सन बोर्ड ऑफ ट्रस्टी को ट्रस्ट का वाइस पैटर्न यानि की बोर्ड ऑफ ट्रस्टी भी नियुक्त किया जाता है।
विपासना, शोभा और अभिजीत की जगह 2 नए ट्रस्टी जोड़े
ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य मानवता भलाई के कार्य है। उनके लिए पैटर्न जो भी आदेश देंगे, वाइस पैटर्न कम चेयरपर्सन का काम उनकी सुपरविजन और फॉलोअप करना होगा।
बोर्ड रेजुलेशन के द्वारा इस डीड के निष्पादन के साथ विपासना इंसा, शोभा गोरा व अभिजीत भक्त की जगह पर दो नए व्यक्तियों को ट्रस्टी बनाया जा रहा है।
जिनके नाम दान सिंह पुत्र बख्तावर सिंह और नवीन कुमार पुत्र मदन लाल है। विपासना व शोभा गोरा को गवर्निंग बॉडी, एग्जीक्यूटिव समिति का वाइस चेयरपर्सन बनाया गया है।
क्लॉज 8 में दो नए ट्रस्टी जोड़ने के बाद 13 सदस्यीय सूची
हनीप्रीत वाइस पैटर्न, चेयपर्सन एंड ट्रस्टी, गुलाबू मल, राकेश कुमार, राकेश कुमार, गुरचरण सिंह, जश्नदीप कौर, संतोष कुमारी, इकबाल सिंह, डॉ. पुनीत, वीरेंद्र, दान सिंह, नवीन कुमार को ट्रस्टी बनाया गया। इसके नीचे गुरमीत राम रहीम के साइन होने का दावा किया गया।
परिवार पहचान पत्र में भी हनीप्रीत के नाम की जांच शुरू
राम रहीम की फैमिली आईडी में पारिवारिक सदस्यों के नाम न होने की बजाय हनीप्रीत का नाम ही अंकित था। राम रहीम ने अपनी फैमिली आईडी में पत्नी हरजीत कौर और मां नसीब कौर का नाम दर्ज नहीं कराया। यूपी के बागपत आश्रम के दौरान राम रहीम ने हनीप्रीत का नाम अंकित करवाया है।
जिसे मुख्य शिष्य और धर्म की बेटी बताया। राम रहीम ने अपने पिता और माता के नाम वाले कॉलम में शिष्य एवं गद्दीनशीन शाह सतनाम सिंह महाराज अंकित करवाया है।
जबकि हनीप्रीत के पिता और माता के नाम वाले कॉलम में मुख्य शिष्य व धर्म की बेटी संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा दर्ज करवाया है। इस फैमिली आईडी का मामला प्रकाशित होने के बाद सरकार ने इस पर जांच शुरू कर दी है।
आधार कार्ड में भी करवाया था बदलाव
राम रहीम ने बागपत आश्रम में 30 दिनों की पेरोल के दौरान उसने अपना आधार कार्ड अपडेट किया। जिसमें राम रहीम ने अपने पिता के नाम के आगे शिष्य एवं गद्दीनशीन शाह सतनाम जी महाराज अंकित करवाया है।
जबकि पहले राम रहीम के आधार कार्ड पर उनके पिता मग्गर सिंह का नाम अंकित था। वहीं पहले डेरा मुखी ने अपने आधार कार्ड में पता शाह सतनाम धाम अंकित करवाया था, जिसे अब बदल कर शाह मस्ताना, शाह सतनाम धाम किया गया। आधार कार्ड में अपडेट 22 जून को बागपत आश्रम में किया गया।
राम रहीम ने किया पैरोल के लिए आवेदन
राम रहीम ने 40 दिनों की पैरोल के लिए आवेदन किया है। अभी तक राम रहीम को एक साल में 50 दिन की पैरोल मिल चुकी है। उसे 40 दिन की पैरोल ओर मिल सकती है।
इससे पहले फरवरी में पंजाब विधानसभा चुनावों में राम रहीम को हरियाणा सरकार ने पैरोल दी थी। जबकि इसके बाद जून में भी राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी। कयास लगाए जा रहे हैं राम रहीम इस बार सिरसा डेरे में आकर संगत के साथ दीवाली मनाएगा।