Artificial Intelligence: कैसे खुद बॉस बनकर AI तकनीक ने बढ़ाया नौकरियों का खतरा
Haryana update, Artificial Intelligence News: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक और एआई टूल्स के आगमन से काम करना लोगों के लिए सरल हो गया है, लेकिन इसी के साथ कई नौकरियों के लिए यह तकनीक एक खतरा बनकर उभर रही है। एक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के विश्लेषण के अनुसार, यह तकनीक दुनिया भर में करोड़ों नौकरीएं प्रभावित कर सकती है और इससे कई रोजगारों को परेशानी हो सकती है। एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, आईएमएफ के विश्लेषण में यह बताया गया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एआई टूल्स के कारण दुनियाभर में लगभग 40% नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप, उन्नत अर्थव्यवस्था वाले देशों को भी ज्यादा जोखिम उठाना पड़ सकता है।
इस स्थिति में, आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि आमतौर पर, एआई तकनीक से समस्याएं बढ़ेंगी और इससे बचाव के लिए सरकारों को सक्रिय रूप से काम करना होगा।
Ai Replacing Humans: क्या AI इंसान को पूरी तरह से रिप्लेस कर सकता है? आनंद महिंद्रा की राय
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के परिणामस्वरूप जॉब सेक्टर में आय के साथ असमानता बढ़ सकती है, लेकिन यह उस पर निर्भर करेगा कि इस तकनीक का ज्यादा तनख्वाह पाने वाले लोगों के लिए कितना विकल्प बनता है। जॉर्जीवा ने कहा है कि उच्च आय वाले श्रमिकों और कंपनियों की अधिक उत्पादकता से पूंजीगत रिटर्न बढ़ावा मिलेगा, जिससे धन का अंतर बढ़ सकता है। इसके लिए देशों को कमजोर श्रमिकों के लिए "व्यापक सामाजिक सुरक्षा तंत्र" और पुनः प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की आवश्यकता है। विश्लेषण के अनुसार, हालांकि एआई से कुछ नौकरियां पूरी तरह से बदल सकती हैं, अधिक संभावना है कि यह मानव कार्य को पूरक होगी। इस तकनीक से उन्नत अर्थव्यवस्था वाले देशों में लगभग 60% नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं। जॉर्जीवा का कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर विचार करने के लिए विश्व आर्थिक महासभा में शीर्षक रूप से चर्चा का विषय बना हुआ है.