IRCTC: देश के इस रेलवे स्टेशन का नाम लेते ही लड़खड़ाने लगेगी आपकी जीभ!

IRCTC: अगर आप ठीक से बोलते हैं तो यह पर्याप्त है। आप अपना सिर पकड़ लेंगे अगर हम आपको इसका नाम बता देंगे। जब हमने कहीं स्पेलिंग को याद करने को कहा, तो यह बस हो गया। 

 

Haryana Update: आपको बता दें, की वेंकटनरसिम्हाराजुवारिपेटा में क्या हुआ पढ़ना काफी कठिन है। अब सोचो कि अगर आप इस स्थान पर जाने के लिए टिकट खरीदते हैं तो आपको काउंटर पर स्टेशन का नाम बताने में कितना समय लगेगा। दरअसल, यह आंध्र प्रदेश का रेलवे स्टेशन है और इसके नाम में 28 अक्षर हैं, जो देश के किसी भी रेलवे स्टेशन के नाम से सबसे अधिक हैं। महान स्थानों के नाम बहुत पढ़े होंगे, लेकिन इस सबसे लंबे नाम को पढ़ना बहुत मुश्किल होगा।

इस स्टेशन का नाम इतना बड़ा है कि उसे याद करना बहुत दूर की बात है; अगर आप ठीक से बोलते हैं तो यह पर्याप्त है। आप अपना सिर पकड़ लेंगे अगर हम आपको इसका नाम बता देंगे। जब हमने कहीं स्पेलिंग को याद करने को कहा, तो यह बस हो गया। रेलवे स्टेशन का नाम 28 अक्षरों से बना है।

Venkatanarasimharajuvaripeta, आंध्र प्रदेश में सबसे लंबे रेलवे स्टेशन, इसका नाम है। नाम में कभी-कभी श्री प्रीफिक्स मिलता है, जो इसे तीन अक्षर लंबा बनाता है। यह रेलवे स्टेशन VKZ का स्टेशन कोड है। गौरतलब है कि इसका नाम 28 अक्षरों से बना है। ज्यादातर छोटे वाक्य 28 से कम अक्षरों में खत्म होते हैं।

तीन नाम से प्रसिद्ध है यह स्टेशन आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तमिलनाडु से सीमा पर है। यह नाम बोलने में आसान होने के कारण वेंकटनारसिंह राजुवरिपेट कहलाता है। इस स्टेशन को तीन नाम हैं। वेंकट नरसिम्हा राजुवरिपेट रेलवे स्टेशन पहला है, श्री वेंकट नरसिम्हा राजुवरिपेट रेलवे स्टेशन दूसरा है और वी एन राजुवरिपेट रेलवे स्टेशन तीसरा है।

ओडिशा में सबसे छोटे नाम वाला रेलवे स्टेशन इब (IB) है, जबकि गुजरात में सबसे छोटे नाम वाला रेलवे स्टेशन ओड है। ओडिशा के झारसुगुडा में स्थित रेलवे स्टेशन का नाम सिर्फ दो अक्षरों से बना है।इसके अलावा, स्टेशन हावड़ा-नागपुर-मुंबई रेलवे लाइन पर है। इस स्टेशन पर दो ही प्लेटफार्म हैं। इस स्टेशन से ज्यादा ट्रेनें भी नहीं गुजरतीं, और जो ट्रेनें गुजरती हैं, उनके स्टॉपेज सिर्फ दो मिनट के हैं।