Kotak Mahindra Bank की क्रेडिट कार्ड और डिजिटल सेवाओं पर RBI ने लगाई रोक, जाने इसका कारण

Kotak Mahindra Bank: भारतीय रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक को बड़ा झटका दिया है। यहां पर जानिए क्या है इसकी पूरी कहानी।
 

Haryana Update, RBI On Kotak Mahindra Bank: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कोटक महिंद्रा बैंक पर बड़ा कदम उठाया है। इस स्टेप के बाद, बैंक को नए क्रेडिट कार्ड जारी करने और नए ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग सेवाओं के माध्यम से नए ग्राहकों को शामिल करने पर रोक लग गई है।

खामियों की खोज:

केंद्रीय बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक के आईटी सिस्टम में खामियां पाई थीं, जिसे देखते हुए उन्होंने इस कदम का फैसला किया। रिजर्व बैंक को बैंक के द्वारा दी गई प्रतिक्रिया संतोषजनक नहीं लगी। यह पहली बार  नहीं है कि RBI ने प्राइवेट बैंकों पर ऐसा कदम उठाया है। पहले भी एचडीएफसी बैंक पर ऐसी ही कार्रवाई हुई थी।

क्रेडिट कार्ड मार्केट में कोटक महिंद्रा की हिस्सेदारी:

कोटक महिंद्रा बैंक का क्रेडिट कार्ड बिजनेस देश के कुल मार्केट का लगभग 3.8% है, जिससे बैंक की 4% की हिस्सेदारी है।

बैंक का इतिहास:

कोटक महिंद्रा फाइनेंस को साल 2003 में बैंकिंग लाइसेंस मिला था, जिससे यह बैंक बनी थी। यह बैंक देश में ऐसी पहली एनबीएफसी थी।

यह सभी कार्यवाहियाँ RBI की सकारात्मक दृष्टि को दिखाती हैं, जो बैंकिंग सेक्टर में सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत रहता है। इसका मकसद है कि बैंकों को ग्राहकों की सुरक्षा और बैंकिंग सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना।