हरियाणा में किसानों के गुस्से का नही रहा कोई ठिकाना! बिना सूचना सरसों की खरीद बंद करने से भडके किसान, रोड को किया दो घंटे तक जाम
Haryana Govt Don't Purchase sarso now: बावल रोड स्थित बिठवाना अनाज मंडी में शुक्रवार को बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक सरसों की खरीद बंद कर दी गई। इससे किसानों में रोष फैल गया और उन्होंने अवरोधक डालकर दोपहर बाद करीब दो घंटे तक बावल-रेवाड़ी मार्ग जाम कर दिया।
रोड पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मौके पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान अड़े रहे। करीब दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम ने आश्वासन दिया कि सभी का दाना-दाना खरीदा जाएगा। इसके बाद किसानों ने जाम खोला।
बता दें कि रोजाना की तरह 150 से अधिक किसान सुबह पांच बजे से बिठवाना मंडी में सरसों को बेचने के लिए लाइनों में लग गए थे, लेकिन मंडी प्रशासन की ओर से सरसों नहीं खरीदी गई। इसके बाद किसानों ने मंडी में ही बवाल काटा और करीब आधा घंटा बाद किसान बावल रोड पर आ गए और रोड जाम कर दिया।
सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने उनको समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी जिद पर अड़े रहे। करीब दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम होशियार सिंह ने किसानों को आश्वासन दिया कि सभी किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। इसके बाद बिठवाना मंडी में सरसों की खरीद शुरू की गई। इसके बाद किसानों ने जाम हटाया।
मंडी में नहीं सुविधाएं
मंडी में किसानों के लिए व्यवस्थ्याएं नहीं हैं। किसान रातभर सड़क पर सोने को मजबूर हैं और दिन में उन्हें भीषण गर्मी में भी सड़क पर पूरे दिन खड़ा रहना पड़ता है। उसके बाद भी उनकी फसल की खरीद का नंबर नहीं आता। पहले किसानों की फसलों में बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान हुआ था और अब उन्हें मंडी में परेशान होना पड़ रहा है।
रोस्टर प्रणाली से खत्म होने से बिगड़ी व्यवस्था
बता दें कि प्रत्येक साल सरसों की खरीद के समय मार्केट कमेटी की ओर से रोस्टर प्रणाली लागू की जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया। जिसके कारण न तो किसानों का खरीद में नंबर आ रहा है और मंडी के बाहर किसानों की भारी भीड़ जाम हो जाती है। जिसकी वजह से जिलेभर के किसान एक साथ फसल बेचने को पहुंच गए और पिछले 5 दिनों से बिठवाना मंडी से 5 किलोमीटर दूर तक ट्रैक्टरों की लाइनें लगी रही हैं।
उनकी खरीद का लक्ष्य पूरा हो गया था इसलिए खरीद बंद कर दी गई थी। अब अधिकारियों के आदेशानुसार खरीद की जा रही है।