Traffic Rules: वाहन चालक जरूर करें ये काम, ट्रैफिक पुलिस नहीं रोकेगी आपका Vehicle

Traffic Rules: अगर आप कार पर कुछ ऐसा लगा लेते हैं जो कानून के खिलाफ है, तो ऐसे बदलने से बचें। यह आपके चालान को कम कर सकता है, जानिए पूरी खबर। 

 

Haryana Update: आपकी आत्मरक्षा ही इन नियमों का कारण है। लेकिन कुछ लोग जाने-अंजाने में ट्रैफिक नियमों को भूल जाते हैं या नहीं मानते हैं। पुलिस ऐसे लोगों को चालान काटती है। लेकिन ऐसा आपके साथ नहीं होगा, इसलिए हम आपको चालान से बचने के कुछ टिप्स बताएंगे। इसके लिए आपको सिर्फ ये कुछ आवश्यक कार्रवाई करनी होगी।

जानकारी के लिए, ट्रैफिक नियमों का पालन करना चालान से बचने का एकमात्र उपाय है। ऐसे में आपको हर रोड नियम को ध्यान में रखकर ही गाड़ी चलाना चाहिए। आपकी कार या फोन में ये दस्तावेज होंगे तो कोई पुलिस अधिकारी आपका चालान नहीं काटेगा।

सबसे सुरक्षित कानून- जब भी आप वाहन चलाते हैं, सड़क पर लगे ट्रैफिक सिग्नल और साइन बोर्ड पर ध्यान दें। साइन बोर्ड पर मैक्सिमम स्पीड लिमिट सहित कई सूचनाएं हैं। आप भी वॉर्निंग साइन पर ध्यान देकर दुर्घटना और ट्रैफिक जाम से बच सकेंगे।

आपके पास कार के पूरे दस्तावेज नहीं होने से आपका चालान कट सकता है, इसलिए इन दस्तावेजों को हमेशा साथ रखें। इस गलती से बचने के लिए आपको ड्राइविंग लाइसेंस, RC, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (पॉल्यूशन सर्टिफिकेट) और कार इंश्योरेंस का पत्र रखना चाहिए। पुलिस जांच करते समय आपसे यही सब दस्तावेज मांगती है। 

यदि आपके पास ये दस्तावेज होंगे, तो आप इन्हें दिखाकर चालान से बच सकेंगे। आप चाहें तो अपने दस्तावेज डिजिलॉकर, ट्रांसपोर्ट ऐप या स्मार्टफोन पर भी रख सकते हैं। इससे आपके फोन में भी ये निर्देश सेव रहते हैं।

अपनी कार को बदलने से बचें कानून के नियमों का पालन कर रहे हों, लेकिन अगर आप कार पर कुछ ऐसा लगा लेते हैं जो कानून के खिलाफ है, तो ऐसे बदलने से बचें। यह आपके चालान को कम कर सकता है।

कार की मोडिफिकेशन का अर्थ है कार के शीशों पर ब्लैक फिल्म कोट लगाना। 0 प्रतिशत विजिबिलिटी वाले काले शीशे लगाने से आपका चालान कट सकता है। तेज लाइट्स और उच्च वॉल्यूम वाले साउंड सिस्टम लगाना आपको थका सकता है।

किसी भी कार के फ्रंट और बैक ग्लास में कम से कम 70 प्रतिशत विजिबिलिटी होनी चाहिए। साथ ही, साइड के शीशों में पचास प्रतिशत विजिबिलिटी होनी चाहिए; दूसरे शब्दों में, शीशों से कम से कम पच्चीस प्रतशित लाइट अंदर जानी चाहिए।