Train Ticket Rules: 5 साल से 12 साल तक के बच्चे बिना टिकट कर सकते हैं ट्रेन से यात्रा!

Train Ticket Rules: आपको बता दें, की भारत में अधिकतर लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए ट्रेन से सफर तय करना पसंद करते है। 

 

Haryana Update, Train Ticket Rules: भारत में अधिकतर लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए ट्रेन से सफर तय करना पसंद करते है। कम्फर्ट  और कीमत के हिसाब से लोग ट्रेन के सफर को ही चुनते है। 

ऐसे में बड़ी उम्र के लोगों को पता होता है कि सफर के लिए उनका टिकट लगेगा। लेकिन उन्हें बच्चों की टिकट के बारे में जानकारी नहीं होती। अगर आप भी इसी केटेगरी में आते हैं, और नहीं जानते आखिर बच्चों का टिकट लगता है या नहीं, तो चलिए हम आपको बताते हैं इस पर रेलवे का नियम क्या कहता है।

जिस तरह से भारतीय रेलवे ने हर एक चीज को लेकर नियम बना रखे हैं, उसी तरह से बच्चों को लेकर भी एक कड़ा नियम बना रखा है। नियम के मुताबिक, जिन बच्चों की उम्र एक से चार साल है। उनका ट्रेन में कोई टिकट ही नहीं लगता। 

यहां तक कि ऐसे बच्चों के लिए किसी भी तरह का रिजर्वेशन भी नहीं लगता। रेलवे के नियम के अनुसार, अगर किसी बच्चे की उम्र 5 साल से 12 साल के बीच है और इन बच्चों को ट्रेन में यात्रा करनी है, तो इन उम्र के बच्चों के लिए टिकट लेना बेहद जरूरी है। 

हालांकि, अगर आपको बच्चे के लिए सीट नहीं चाहिए, तो आप उसका आधा टिकट ले सकते हैं। ऐसे में बच्चों को यात्रा के समय अपने माता-पिता या किसी बड़े के साथ बैठना पड़ता है। आधे टिकट लेने की स्थिति में बच्चों को अलग सीट नहीं दी जाती।

वहीं अगर आपके बच्चे की उम्र 5-12 साल के बीच है और आप उनके लिए एक बर्थ बुक करना चाहते हैं, तो आपको अपने बच्चे का पूरा टिकट खरीदना पड़ेगा।  इसके लिए पूरा किराया देना पड़ता है। अगर रिजर्वेशन करवाते समय 4 साल तक के बच्चे के नाम की डिटेल भरी हो, तो उसका पूरा किराया लगता है। जानकारी ना भरी हो तो 1 साल से 4 साल तक के बच्चे फ्री में यात्रा कर सकते हैं