Cyclone Biparjoy को लेकर जारी हुआ बड़ा अपडेट, गुजरात और मुंबई समेत कई इलाकों में धारा 144

Cyclone Biparjoy को लेकर भारतीय मौसम विभाग यानी आईएमडी ने प्रभावित क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने की सलाह दी है और मछुआरों को आगामी 15 तारीख तक मध्य अरब सागर तथा सोमवार को उत्तर अरब सागर में नहीं जाने का निर्देश दिया गया है।
 

देश में Cyclone Biparjoy नामक चक्रवाती तूफान का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। बिपोरजॉय के बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में प्रवर्तित होकर सौराष्ट्र-कच्छ तटीय इलाकों में पहुंचने की आशंका को देखते हुए गुजरात के दक्षिण तथा उत्तरी तटों पर फिलहाल प्रसाशन द्वारा मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है. 

साथ ही प्राधिकारी समुद्र तटीय जिलों में रहने वाले लोगों को भी उस जगह से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। एक उच्च अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। तटीय देवभूमि द्वारका में भी अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी ने अपने एक ताजा बुलेटिन में बताया है कि 'अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान' के उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और सौराष्ट्र, कच्छ तथा मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को 15 जून को दोपहर तक पार करने की प्रबल संभावना है। 

तब तक ये एक 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' बन जाएगा और इस दौरान हवा की गति हैरानीजनक रूप से 125-130 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।

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बुलेटिन में कहा गया कि रविवार रात तक अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय मुंबई से लगभग 540 किमी पश्चिम में, पोरबंदर से 360 किमी दक्षिण-पश्चिम में, देवभूमि द्वारका से 400 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में, नलिया से 490 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और पाकिस्तान में कराची से 660 किमी दक्षिण में स्थित था। 

हालात को देखते हुए मुंबई और गुजरात के शहरों में हाई अलर्ट का ऐलान कर दिया गया है। मुंबई एयरपोर्ट की उड़ानों पर भी चक्रवात का असर देखने को मिल रहा है। 

अधिकारियों ने कहा कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से तेज हवाएं चलेंगी और क्षेत्र में भारी बारिश होगी, जिससे निपटने के लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। 

उन्होंने कहा कि कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू की गई है और स्थानीय प्रशासन सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्रों में समुद्र के करीब रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है।

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आईएमडी ने प्रभावित क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने की सलाह दी है और मछुआरों को 15 जून तक मध्य अरब सागर तथा सोमवार को उत्तर अरब सागर में नहीं जाने का निर्देश दिया गया है।

केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार को अपतटीय एवं तटवर्ती गतिविधियां नियंत्रित करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटीय इलाकों सहित कच्छ, देवभूमि, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरी जिलों से लोगों को हटा कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने को कहा है।

आईएमडी ने कच्छ, देवभूमि, द्वारका और जामनगर के कुछ इलाकों में 15 जून को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने कहा कि तट के करीब सौराष्ट्र क्षेत्र के अन्य जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी, जबकि उत्तर गुजरात के जिलों में कुछ स्थानों पर भी भारी वर्षा होगी।