लोन गारंटर बनने वालों के लिए आई बुरी खबर, पहले जान ले यह बात

अगर आप लोन गारंटर बनने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद खास होने वाली है लोन का गारंटर बनने से पहले आपको यह रूल्स जरूर जान लेने चाहिए वरना बाद में पछताओगे
 

Haryana Update : जब भी किसी को loan की जरूरत पड़ती है, तो बैंक से loan लेने के लिए एक Guarantor की जरूरत पड़ती है। Guarantor बनने के लिए भी कई तरह के नियमों का पालन करना पड़ता है। अगर आप किसी के loan का Guarantor बनते हैं, तो आपको भी कई दस्तावेजों पर साइन करने पड़ते हैं।

इसलिए Guarantor बनान महज औपचारिकता भर नहीं है। अगर loan लेने वाला व्यक्ति loan की रकम नहीं चुका पाता है, तो आपके घर भी नोटिस आ सकता है। इसलिए किसी के loan का Guarantor बनने से पहले नियमों को जानना बहुत जरूरी है।


Guarantor पर बड़ी जिम्मेदारी-

बैंक या कोई भी वित्तीय संस्थान ज्यादातर बिना Guarantor के loan नहीं देते हैं। loan के Guarantor पर बड़ी जिम्मेदारी होती। अगर loan लेने वाला शख्स loan नहीं चुका पाता है, तो कानूनी रूप से Guarantor पर इसे चुकाने की जिम्मेदारी होती है।

Guarantor वो होता है, जो किसी और के loan का भुगतान करने के लिए सहमत होता है। Guarantor होना केवल loan लेने वाले की मदद करने की औपचारिकता भर नहीं है बल्कि loan को चुकाने के लिए Guarantor समान रूप से जिम्मेदार होता है। हालांकि, प्रत्येक बैंक ने Guarantor के लिए अलग-अलग नियम बनाए हैं।

Guarantor की जरूरत क्यों?

हालांकि, बैंक सभी तरह के loan पर Guarantor की नहीं ढूंढते हैं, लेकिन जब उन्हें पर्याप्त डॉक्यूमेंट नहीं मिल पाता और बैंक को लगता है कि कर्ज लेने वाला व्यक्ति इसे नहीं चुका पाएगा, तो इस स्थिति में वो Guarantor लाने के लिए कहते हैं। अगर कोई बड़ी राशि का loan ले रहा है, तो इसके लिए Guarantor की जरूरत पड़ती है। इसलिए किसी का भी Guarantor बनने से पहले सभी नियमों को जान लेना बहुत जरूरी है।


Guarantor को हो सकती है परेशानी-

loan Guarantor बनने के दौरान हमारा क्रेडिट स्कोर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नियमों के अनुसार आपके क्रेडिट की जांच की जाती है। जैसे आपने बैंक से loan लिया है, तो उसकी ईएमआई की स्थिति क्या है। अगर क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं, तो बिल समय पर भर रहे हैं या नहीं। अगर loan लेने वाला व्यक्ति उसे नहीं चुका पाता है, तो आपका भी क्रेडिट स्कोर खराब हो जाएगा। फिर जब कभी आप loan लेने जाएंगे, तो परेशानी उठानी पड़ सकती है।

बराबर का कर्जदार-

नियमों के मुताबिक, किसी को loan की गांरटी देने वाला व्यक्ति लोने लेने वाले के बराबर का कर्जदार होता है। डिफॉल्ट की स्थिति में बैंक पहले loan लेने वाले को नोटिस भेजता है। अगर उसका जवाब नहीं आता है, तो बैंक कर्जदार के साथ Guarantor को भी नोटिस भेजता है। पहले बैंक की पूरी कोशिश loan लेने वाले से ही पैसे वसलूने की होती है, लेकिन वो नहीं चुका पाता है, तो Guarantor को भी डिफॉल्ट के लिए जिम्मेदार माना जाता है।