Business Idea : बकरी पालें और बोरा भरके पैसे कमा लें, बकरी पालन से मिलेगा डबल मुनाफा 

बकरियों का पालन अधिकतर दूध उत्पादन के लिए किया जाता है। इसके बाजार में मांस की भी बड़ी मांग है। बकरी पालन में लागत कम होने के कारण पशुपालक डबल लाभ हासिल कर सकते हैं।

 

किसानों में बकरी पालन का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है। माना जाता है कि कम खर्च इसकी सबसे बड़ी वजह है। इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार भी अपने स्तर पर कई प्रयास करती है। इसके अलावा, बैंक बकरी पालन करने वाले किसानों को बहुत अच्छा लोन प्रदान करते हैं।

बकरियों का पालन अधिकतर दूध उत्पादन के लिए किया जाता है। लेकिन इसके मांस की मांग भी काफी है। बकरी पालन में लागत कम होने के कारण पशुपालक डबल लाभ हासिल कर सकते हैं।

बकरी पालन व्यवसाय को सब्सिडी मिलती है 

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बकरी पालन व्यवसाय को सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाती है, जो किसानों को आधे से कम कीमत पर सोलर पंप लगवाने और फसलों को सिंचाई करने का भी मौका देती है। सरकार इसके उद्यम को भी ९० प्रतिशत वित्त पोषण देती है। इसके अलावा, हरियाणा सरकार मवेशियों की आय को बढ़ाने के लिए अनुदान देती है।

बकरी पालन व्यवसाय के लिए दो तरीकों से लोन मिल सकता है। व्यापारिक कैपिटल लोन और अन्य बकरी होल्डिंग्स  एक व्यापार ऋण को 50,000 रुपये से 10 लाख रुपये तक का लोन एक बंधक ऋण से मिलता है। इसके अलावा, बकरी पालन व्यवसाय को कई बैंकों से 26 लाख तक का लोन मिल सकता है। पशुपालकों को इसके लिए अपने नजदीकी बैंक से संपर्क करना होगा।

बकरियों को पालन करने के लिए किसान मुद्रा योजना के तहत लोन ले सकते हैं। इसमें बैंकों की मदद से गैर-कृषि क्षेत्र में लगे उद्यमों और व्यक्यिओं को 10 लाख रुपये तक का लोन देने का प्रावधान है, जो विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में आय उत्पन्न करते हैं।