Finance Bill 2023: निवेशकों को तगड़ा झटका, 25% बढ़ा STT

Haryanaupdate: फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेड पर सरकार ने सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स में करीब 25 फीसदी इजाफा किया है. वित्त विधेयक 2023 में संशोधन के मुताबिक एक करोड़ तक के टर्नओवर पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स के रूप में अब 2100 रुपये देने होंगे. पहले ये राशि 1700 रुपये थी. एसटीटी बढ़ने के बाद अब फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेड महंगा हो जाएगा.
 

लोकसभा में शुक्रवार को भी हंगामा जारी रहा. हंगामे और विपक्ष की नारेबाजी के बीच ही वित्त मत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में वित्त विधेयक 2023 पेश किया. वित्त विधेयक 2023 को हंगामे और नारेबाजी के बीच ही लोकसभा से वोटिंग के बाद पारित कर दिया गया. सरकार ने वित्त विधेयक में फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडर्स को बड़ा झटका दिया है.

फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेड पर सरकार ने सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स में करीब 25 फीसदी इजाफा किया है. वित्त विधेयक 2023 में संशोधन के मुताबिक एक करोड़ तक के टर्नओवर पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स के रूप में अब 2100 रुपये देने होंगे. पहले ये राशि 1700 रुपये थी. एसटीटी बढ़ने के बाद अब फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेड महंगा हो जाएगा.

लोकसभा से बुधवार को पारित वित्त विधेयक 2023 में एक करोड़ रुपये तक के ट्रांजैक्शन पर 1700 रुपये तक सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स का प्रावधान था. इसमें संशोधन कर एसटीटी को 2100 रुपये तक कर दिए गए हैं. फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स सेल करने पर एक करोड़ तक के टर्नओवर पर 10 हजार तक के टैक्स को बढ़ाकर अब 12500 रुपये तक कर दिया गया है.

सरकार के इस फैसले पर पीडब्ल्यू एंड कंपनी के पार्टनर सुरेश स्वामी ने कहा कि एफपीआई के लिए डेरिवेटिव में ट्रेडिंग से होने वाली आय को कैपिटल गेन माना जाता है. उन्होंने कहा कि पूंजीगत लाभ आय की गणना के लिए भी सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स कटौती योग्य व्यय नहीं है. सुरेश स्वामी ने कहा कि एसटीटी बढ़ाए जाने से देश में एचएफटी विदेशी पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स की संचालन लागत बढ़ जाएगी.

लोकसभा में विपक्ष ने किया हंगामा

इससे पहले, शुक्रवार को लोकसभा में जैसे ही कार्यवाही की शुरुआत हुई, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. दोपहर 12 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही दोबार शुरू हुई, विपक्ष ने फिर हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के सांसद वेल में आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्ष की नारेबाजी और हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही करीब 45 मिनट तक चली.