CIBIL स्कोर को बढ़ाने के लिए ये है 5 धाँसू तरीके, कभी लोन लेने में नहीं होगी दिक्कत
Haryana Update: हम आज आपको CIBIL स्कोर को आसानी से कैसे बढ़ा सकते हैं, जिससे आपको कभी भी लोन लेने में परेशानी नहीं होगी. आइए जानते हैं इसके बारे में अधिक।
सिबिल स् कोर एक संख् या या रेटिंग है, जो बताती है कि आप अपने कर्ज चुकाने या अन्य वित् तीय दायित्वों को पूरा करने में कितने संजीदा हैं। यदि आप समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल या अन्य कर्ज का भुगतान नहीं करते, तो इसका सीधा असर आपके सिबिल स् कोर पर होता है। बैंक कमजोर सिबिल स्कोर देखते ही कर्ज देने से मना कर देते हैं या फिर ब्याज दरों को बढ़ा देते हैं। हम आपको उत्कृष्ट सिबिल स्कोर (Excellent CIBIL Score) बनाने के पांच अच्छे उपाय बता रहे हैं। जिन्हे अपनाकर आप अपने सिबिल स्कोर को बढ़ा सकते हैं।
क्रिडिट यूटिलाइजेशन रेशियो को कम करने का प्रयास करें
आपके क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो पर कंपनियां सबसे अधिक ध्यान देती हैं। इसका अर्थ है कि आप क्रेडिट लिमिट का कितना हिस्सा उपयोग करते हैं। तीस प्रतिशत रेशियो रखने वाले को कंपनियां बेहतर मानती हैं। पचास प्रतिशत से अधिक खर्च करना संकेत है कि आप कर्ज पर निर्भर हैं।
समय पर भुगतान करने की आदत डालें
आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल, पानी, बिजली, फोन बिल या अन्य किसी भी तरह की देनदारी को समय पर चुकाने की आदत डालें। साथ ही, कमतम भुगतान करने की कोशिश करें क्योंकि यह आपको फौरी तौर पर फायदा देगा, लेकिन इससे आपका कर्ज महंगा हो सकता है और आपका सिबिल स्कोर खराब हो सकता है।
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केंद्रीय खाते पर भी नजर रखें
आपका कोई खाता चल रहा है तो उस पर भी नज़र रखें। ऐसा न हो कि आपका सह खातेदार समय पर बकाया नहीं देता और आप डिफॉल्ट कर देते हैं। यह भी आपके सिबिल स्कोर को प्रभावित कर सकता है।
साल में तीन बार क्रेडिट हिस्ट्री का विश्लेषण करें
हर चार महीने पर अपनी सिबिल रिपोर्ट की समीक्षा करनी चाहिए। क्रेडिट हिस्ट्री को देखकर आप जानेंगे कि सभी भुगतान का रिकॉर्ड नियमित रूप से देखा जाता है। यदि आपने कोई खाता या कार्ड बंद कर दिया है, तो इसे भी देखें।