Noida के इस क्षेत्र में NRI भी घर खरीदना चाहते हैं, 85 प्रतिशत डिमांड बढ़ी

DDA Scheme:  दिल्ली-एनसीआर में घर खरीदना आज भी मुश्किल है। घरों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। ग्रेटर नोएडा में घरों की कीमतें तेजी से उछली हैं, जिससे किरायेदारों के पास और भी अधिक समस्याएँ पैदा हुई हैं।आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

 

Haryana Update:  दिल्ली-एनसीआर में घर खरीदना आज भी मुश्किल है। घरों की कीमतें कई कारणों से भारी हो गई हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट, जो पहले एनसीआर में सस्ते घरों की उम्मीद की तरह था, अब लोगों की पहुंच से बाहर होते जा रहा है। पिछले वर्ष घरों की कीमतें 21% से भी अधिक बढ़ गई हैं। साथ ही किरायेदारों की स्थिति भी बदतर हो गई है। किराया भी 13% से अधिक बढ़ा है। 


बड़े घरों की मांग भी बढ़ी 
मैजिकब्रिक् स की एक रिपोर्ट के अनुसार, लोगों की रुचि 1250 स्क्वायर फुट से अधिक बड़े घरों को खरीदने में बढ़ी है। इसी केटेगरी से कुल मांग का 54.5% आता है। ज्यादातर लोगों ने 5000 से 7500 रुपये प्रति स्क्वायर फुट की कीमत वाली संपत्ति चाही। यह मांग घरेलू और एनआरआई ग्राहक से भी आई है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में संपत्ति खरीदने के लिए सबसे अधिक उत्सुक लोग दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और मुंबई से आते हैं। इससे घरों के रेट 21.6% तक बढ़ गए हैं। सालाना आधार पर इसमें 13.15% का उछाल हुआ है।  

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सस्ते घर 
इस रिपोर्ट से पता चलता है कि लोग छोटे घरों की जगह बड़े घरों की ओर अधिक आकर्षित हैं। इन घरों की मांग और बिक्री दोनों बढ़ी है। पश्चिमी ग्रेटर नोएडा में भी घर मिलने की दर 8.62 प्रतिशत बढ़ी है। यही कारण है कि यहां घर लेने में लोगों की रुचि भी बढ़ी है। 

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एनआरआई भी दिखा रहे हैं दिलचस्पी 
एनआरआई, जो पहले अमरीका, कनाडा, यूके और यूएई में बस गए हैं, भी ग्रेटर नॉएडा वेस्ट को अपना घर बनाना चाहते हैं। यहां विदेशी डिमांड का हिस्सा लगभग 85% है। NCR में ग्रेटर नोएडा वेस्ट की उपस्थिति बढ़ी है। यहां घरों की कीमतों को भी नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप यहां लोगों की रुचि बढ़ी है।