SBI, HDFC, ICICI Bank के ग्राहकों के लिए आए Strict Order! अकाउंट में हमेशा इतना होना चाहिए पैसा, नहीं तो भरना होगा भारी जुर्माना
सेविंग्स अकाउंट पर बैंक एक ओर जहां अकाउंटहोल्डर्स को कई फैसिलिटी देते हैं, वहीं बैंक इसके लिए कुछ नियम-कानून भी रखते हैं. सबसे बेसिक रूल है मिनिमम एवरेज बैलेंस का. इस नियम के तहत आपको अपने सेविंग्स अकाउंट में एक लिमिट के अंदर बैलेंस मेंटेन करना ही पड़ता है. यानी कि हर बैंक एक औसत लिमिट सेट करते हैं, कस्टमर को हमेशा उस लिमिट तक पैसा अपने अकाउंट में रखना पड़ता है. अगर पैसा इस लिमिट से नीचे जाता है तो बैंक उस अकाउंटहोल्डर से जुर्माना वसूलता है.
आमतौर पर अलग-अलग बैंकों की अपना-अपना एवरेज मिनिमम बैलेंस होता है. कुछ बैंकों की लिमिट एक जैसी होती है कुछ की अलग. हम यहां SBI, ICICI और HDFC बैंक के मिनिमम बैलेंस पर नजर डाल रहे हैं.
वैसे कुछ ऐसे भी बैंक अकाउंट हैं, जिनपर मिनिमम बैलेंस रूल का कोई असर नहीं पड़ता, ये हैं-
- प्रधानमंत्री जनधन योजना अकाउंट
- बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट
- पेंशनधारियों के सेविंग्स अकाउंट
- सैलरी पैकेज अकाउंट
- नाबालिग का सेविंग्स अकाउंट
ICICI Bank में क्या है लिमिट
आईसीआईसीआई बैंक में भी एचडीएफसी बैंक जितनी ही मिनिमम बैंक बैलेंस है. शहरी इलाकों के लिए 10,000 रुपये, सेमी-अर्बन इलाकों के लिए 5,000 रुपये और रूरल इलाकों के लिए 2,500 रुपये की लिमिट है.
HDFC Bank में एवरेज मिनिमम बैलेंस
निजी सेक्टर के इस बड़े बैंक में एवरेज मिनिमम बैलेंस की लिमिट भी रेजिडेंसी पर ही निर्भर करती है. शहरों में यह लिमिट 10,000 रुपये, सेमी-अर्बन एरिया में 5,000 रुपये और रूरल इलाकों में 2,500 रुपये की लिमिट है.
SBI के अकाउंटहोल्डर्स को कितना बैलेंस मेंटेन करना चाहिए
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सेविंग्स अकाउंट में कितना cAMB होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां रहते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के लिए यह लिमिट 1,000 रुपये है. सेमी-अर्बन इलाकों के ग्राहकों को अपने अकाउंट में 2,000 रुपये रखना होगा. वहीं, मेट्रो सिटी में यह लिमिट 3,000 रुपये है.