Adani Group को अमेरिका की क्लीन चिट, Hindenburg के आरोपों को बताया गलत, अडाणी शेयर्स ने लगाई शेयर मार्केट मे दौड़

Adani Group Share Price Hike: अडानी समूह के शेयरों में वृद्धि देखने को मिल रही है। आज कंपनी के अधिकांश शेयरों में 5% से अधिक की बढ़त देखने को मिल रही है। अमेरिका से अडानी समूह को मिली क्लीन चिट को शेयरों में तेजी का कारण बताया जा रहा है।

 

Business News Today: अडानी समूह के शेयरों में वृद्धि देखने को मिल रही है। आज कंपनी के अधिकांश शेयरों में 5% से अधिक की बढ़त देखने को मिल रही है। अमेरिका से अडानी समूह (Adani Group) को मिली क्लीन चिट को शेयरों में तेजी का कारण बताया जा रहा है।

गौतम अडानी के नेतृत्व वाली अडानी समूह की कई कंपनियों में शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है। Adani Power 6% से अधिक बढ़कर 495 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। अडानी ग्रीन भी 17 प्रतिशत से अधिक के उछाल के साथ 1325 रुपये के आसपास पहुंच गया है। अडानी विल्मर के शेयर लगभग 7% बढ़ गए हैं। अमेरिका ने अडानी को क्लिन चिट और लोन दिया है, जिससे उसके शेयरों में तेजी आई है। अमेरिका के इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (DFC) ने अडानी पर लगाए गए आरोपों को गलत ठहराया है।

Adani Group को मिला 4600 करोड़ का लोन

श्रीलंका में कंटेनर टर्मिनल बनाने के लिए डीएफसी ने अडानी को 55.3 करोड़ डॉलर (4600 करोड़ रुपये से अधिक) का लोन दिया है। डीएफसी ने लोन देने से पहले कहा कि शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग के आरोपों को गलत पाया है। हिंडनबर्ग ने दावा किया कि अडानी कॉर्पोरेट सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा कर रहा है। डीएफसी ने कहा कि अडानी पोर्ट्स और स्पेशन इकोनॉमिक जोन लिमिटेड पर यह आरोप लागू नहीं होता। इसी कंपनी की सब्सिडियरी श्रीलंका में कंटेनर टर्मिनल बनाती है। DFC ने जांच के बाद अडानी को लोन दिया है। लेकिन डीएफसी ने लोन की शर्तों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।

Adani Ports के शेयर मे वृद्धि : Adani Group Share Price

Adani Ports and Special Economic Zone के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। खबर लिखे जाने तक, इसके शेयर 9 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ 958 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहे थे। पिछले हफ्ते में ये शेयर करीब 20 प्रतिशत, या 160 रुपये प्रति शेयर का रिटर्न दे चुके हैं। पिछले छह दिनों में गौतम अडानी की नेटवर्थ में 46663 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है, क्योंकि अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी से वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद अडानी ग्रप की कंपनियों का मार्केट वैल्यू 100 अरब डॉलर गिर गया था।

मॉनिटरिंग निरंतर होगी

DFC ने कहा कि वह अडानी कंपनी की निगरानी करेगा। यूएस नहीं चाहता कि वह अनजाने में भी किसी वित्तीय दुर्घटना का समर्थन करे, डीएफसी ने कहा। अमेरिका द्वारा समर्थित एशिया के सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में से एक, श्रीलंका में अडानी का कंटेनर टर्मिनल बहुत महत्वपूर्ण है। इससे अमेरिका को एशिया में चीन के बढ़ते दबदबे को रोकने के प्रयासों के रूप में भी देखा जा रहा है।