Credit Card News: क्या है क्रेडिट कार्ड, समझे रिपोर्ट में क्या होता है

Credit Card News: क्रेडिट कार्ड की रिपोर्ट बहुत अस्पष्ट हो सकती है। इसमें बहुत सारी चीजें हैं, जिनको या तो हम बिल्कुल नहीं देखते हैं, या फिर हम जानने की कोशिश नहीं करते कि स्टेटमेंट में अलग-अलग दिख रहे टर्म्स का क्या अर्थ है।
 

Credit Card News: क्रेडिट कार्ड की रिपोर्ट बहुत अस्पष्ट हो सकती है। इसमें बहुत सारी चीजें हैं, जिनको या तो हम बिल्कुल नहीं देखते हैं, या फिर हम जानने की कोशिश नहीं करते कि स्टेटमेंट में अलग-अलग दिख रहे टर्म्स का क्या अर्थ है। अगर आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं तो आपको हर महीने एक रिपोर्ट मिलेगी। लेकिन अगर आपको स्टेटमेंट से कोई संदेह है, तो हम यहां विस्तृत रूप से इसके नियम बता रहे हैं, ताकि आपको इसके बाद कोई और संदेह नहीं होगा।

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क्या विवरणक्रेडिट कार्ड रिपोर्ट में हैं?

क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट आपकी बिलिंग रिपोर्ट है, जो पिछले महीने या पिछले चक्र में आपने कितना भुगतान किया है। क्या परचेज और पेमेंट रिकॉर्ड हैं? 

इसमें आपकी व्यक्तिगत जानकारी शामिल हो सकती है, जैसे पेमेंट ड्यू, मिनिमम अमाउंट ड्यू, क्रेडिट लिमिट, अकाउंट समरी में ओपनिंग बैलेंस, पिछले बकाया में अतिरिक्त बकाया, डोमेस्टिक ट्रांजैक्शन, रिवॉर्ड पॉइंट्स समरी, ऑफर्स और कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।

क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट से जुड़े ये शब्दों को समझना महत्वपूर्ण है

क्रेडिट कार्ड को पूरी तरह से समझने के लिए आपको कुछ शब्दों का पता लगाना होगा, जिनका मतलब आपको जानना होगा।

1. पेमेंट ड्यू डेट

आपको पहले आउटस्टैंडिंग बैलेंस सेटल करना होगा, जो क्रेडिट कार्ड कंपनी ने निर्धारित किया है। लेट फीस, एडिशनल चार्ज या पेमेंट ड्यू को लास्ट डेट तक भुगतान करना कहा जाता है।

2. न्यूनतम धन देय

क्रेडिट कार्ड के साथ आप पूरे बकाये की जगह एक निश्चित रकम तक बकाया चुका सकते हैं। तुम पूरा बकाया लिमिट से पहले चुकाओ या नहीं, लेकिन कम से कम रकम का भुगतान करना जरूरी है। आपको अपने आउटस्टैंडिंग बैलेंस पर अतिरिक्त इंटरेस्ट रेट भरना होगा, लेकिन देर से भुगतान की क्षतिपूर्ति दी जाएगी।

3. क्रेडिट सीमा

इसका अर्थ है कि कार्डहोल्डर केवल उतना पैसा खर्च कर सकता है।

4. करंट आउटस्टैंडिंग बैलेंस

क्रेडिट कार्ड होल्डर को सिर्फ अपनी क्रेडिट कार्ड प्रदाता को एक निश्चित राशि देनी होती है। करंट आउटस्टैंडिंग बैलेंस एक टोटल अमाउंट है। यह बैलेंस कार्डहोल्डर के पिछले बिलिंग साइकल में हुए खर्च से कैलकुलेट किया जाता है।

5. बिलिंग चक्र

बिलिंग साइकल दो बिल बनाने के बीच का समय है। किस क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक ने बिलिंग साइकल की अवधि निर्धारित की है। यह आम तौर पर बीस से चालीस दिनों के भीतर पूरा हो सकता है।

6. ट्रांजैक्शन इतिहास

ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में कार्ड होल्डर द्वारा किए गए हर भुगतान की जानकारी होती है। कार्डहोल्डर इसे कभी भी खोज सकता है।

7. रिवॉर्ड्स और रिबेट्स

क्रेडिट कार्ड होल्डर को हर बार कार्ड का उपयोग करने का अवसर मिलता है। बैंक ऑफर और डिस्काउंट पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके अलावा, अगर आपके इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव हुआ है, तो इसकी सूचना भी आपके स्टेटमेंट पर दिखाई दे सकती है। आपको मंथली बिल में इंटरेस्ट चार्ज और फीस की जानकारी भी मिलेगी। इंटरेस्ट चार्ज कैलकुलेशन की अधिक जानकारी हो सकती है, जिसमें अकाउंट बैलेंस, अलग-अलग ट्रांजैक्शनों और प्रत्येक प्रकार के ट्रांजैक्शन पर लगने वाला इंटरेस्ट चार्ज बताया जाता है।