नोटबंदी 2023: क्या 2000 के नोट बंद करने के RBI के फैसले से भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा प्रभाव?
Notebandi 2023 effect on Indian Economy: 19 मई 2023 के दिन भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार घोषणा की कि 2000 का नोट प्रचलन से बाहर हो जाएगा. अब सवाल ये उठता है कि एक बार फिर से 2000 रुपये की नोटबंदी (Notebandi 2023) से भारतीय अर्थव्यवस्था पर कितना प्रभाव पड़ेगा. ये प्रभाव इंडियन इकॉनमी पर पड़ने वाला है या नहीं. क्या भारत के लोग एक बार फिर से लंबी लंबी लाइनों मे लगने वाले हैं. इसका जवाब दिया पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने.
नोटबंदी 2023: 2000 का नोट वापिस लेना कोई ज्यादा बड़ी घटना नहीं
पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने शनिवार को कहा कि 2,000 रुपये का नोट वापस लिए जाना 'बहुत बड़ी घटना' नहीं है और इससे अर्थव्यवस्था या मौद्रिक नीति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि 2,000 रुपये के नोट को 2016 में विमुद्रीकरण (demonetisation) के समय आकस्मिक कारणों से मुद्रा की अस्थायी कमी को दूर करने के लिए लगाया गया था. गर्ग ने कहा कि पिछले पांच-छह वर्षों में डिजिटल भुगतान में भारी वृद्धि के बाद, 2,000 रुपये का नोट (जो वास्तव में अन्य मूल्यवर्ग के नोटों के स्थान पर लाया गया था) वापस लेने से कुल मुद्रा प्रवाह प्रभावित नहीं होगा और इसलिए मौद्रिक नीति पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
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क्या नोटबंदी 2023 से भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा कोई प्रभाव?
उन्होंने पीटीआई-से कहा, "इससे भारत के आर्थिक और वित्तीय तंत्र के परिचालन पर भी प्रभाव नहीं पड़ेगा. जीडीपी वृद्धि या जन कल्याण पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा." आरबीआई ने शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी. इस मूल्य के नोट बैंकों में जाकर 30 सितंबर तक जमा या बदले जा सकेंगे. आरबीआई ने शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे.