Small Saving Schemes: मिलेगा FD से भी ज्यादा रिटर्न, इन तीन योजनाओं में निवेश करें अपना पैसा
 

Haryana Update : सभी अपनी जिंदगी में बीमा एफडी जैसे संसाधनों में निवेश करके बचत जरूर करते हैं, इसके लिए लोग बैंकों की बचत योजनाओं में पैसा लगाते हैं
 

Haryana Update : आपको बता दें कि विभिन्न बैंकों की एफडी ब्याज दरें राशि, कार्यकाल और जमाकर्ता के प्रकार से भिन्न होती हैं। इसलिए निवेश से पहले विभिन्न बैंकों द्वारा दी जाने वाली एफडी दरों की तुलना करना हमेशा महत्वपूर्ण होता है।

दूसरी तरफ डाकघर की छोटी बचत योजनाएं हमेशा निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प रही हैं। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि गारंटीड रिटर्न के साथ जमा पूरी तरह सुरक्षित है। ये निवेश बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होते हैं।

ये Small Saving Schemes हैं बेहतर
सुकन्या समृद्धि योजना
एसएसवाई बेटियों के लिए सरकार की एक छोटी बचत योजना हैं। इस योजना को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत लॉन्च किया गया हैं। छोटी बचत स्कीम में सुकन्या सबसे बेहतर ब्याज दर वाली योजना हैं।

एसएसवाई के तहत खाता किसी बच्चे के जन्म लेने के बाद 10 साल से पहले की उम्र में कम से कम 250 रुपये के जमा के साथ खाता खोला जा सकता है। चालु वित्तीय वर्ष में SSY के तहत ज्यादा से ज्यादा एक लाख पचास हजार रुपये तक सालाना जमा कर सकते हैं। अभी इस पर 7.6 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है।

इसमें आप अपनी दो बेटियों के लिए अकाउंट खुलवा सकता है। 21 वर्ष की उम्र में बेटियां इस अकाउंट से पैसा निकाल सकती हैं। इस स्कीम में 9 साल 4 महीने में रकम डबल हो जाएगी।

सीनिसर सिटीजन सेविंग स्कीम
डाकघर विभिन्न प्रकार की जमा योजनाएं प्रदान करता है। इन्हीं योजनाओं में से एक है डाकघर की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)। एससीएसएस के तहत 60 साल या उससे अधिक उम्र का व्यक्ति खाता खोल सकता है।

अगर किसी की उम्र 55 साल या उससे ज्यादा है लेकिन 60 साल से कम है और उसने वीआरएस लिया है तो वह एससीएसएस में भी खाता खुलवा सकता है।

लेकिन शर्त यह है कि उसे सेवानिवृत्ति लाभ प्राप्त होने के एक महीने के भीतर यह खाता खोलना होगा और इसमें जमा की गई राशि सेवानिवृत्ति लाभ की राशि से अधिक नहीं होनी चाहिए।

डाकघर की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार इस योजना में सालाना ब्याज 7.4% होगा। इस योजना में परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है। जमा 1000 रुपये के गुणकों में किया जा सकता है। साथ ही इसमें अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है। इसे एकमुश्त निवेश करना होगा।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड
अगर आप स्माल सेविंग्स स्कीम से बचत करने की सोच रहे हैं तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ आपके लिए एक अच्छा विकल्प है। पीपीएफ एक लंबे समय-अवधि का सेविंग स्कीम है।

भारत सरकार की इस लंबी अवधि के बचत स्कीम में केवल भारतीय नागरिक ही अकाउंट खोल सकते हैं। ऐसे भारतीय नागरिक जो विदेशों में रह रहे हैं उन्हें पीपीएफ में निवेश करने की अनुमति नहीं है। मतलब, नॉन रेसिडेंट इंडियन (एनआरआई) प्रोविडेंट फंड (PPF)में निवेश नहीं कर सकते।

पीपीएफ में आप अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते है। पीपीएफ में पैसा निवेश करने में एक खास सुविधा भी है। आप चाहें तो हर महीने किश्त में पैसा जमा कर सकते हैं या फिर एकमुश्त 1.5 लाख रुपए खाते में जमा करा सकते हैं।

पीपीएफ पर सरकार वर्तमान में 7.1 फीसदी ब्याज दे रही है। वैसे तो पीपीएफ का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का है लेकिन अगर आपको पैसों की जरूरत ना हो तो आप इस अवधि को 5 साल और बढ़ा सकते हैं।

किसान विकास पात्र
इंडियन पोस्ट आफिस ने इस स्कीम को 1988 में लॉन्च किया था।भारत सरकार द्वारा देश में छोटी सेविंग्स को बढ़ावा देने और निवेशकों के सुरक्षित भविष्य के मद्देनजर इस स्कीम को लाया गया था।मौजूदा समय में इसमें सालाना आधार पर 6.9 फीसदी के दर से ब्याज मिलती है।

आप इस स्कीम में 1,000 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। किसान विकास पत्र में आपकी निवेश राशि वर्तमान ब्याज दर के हिसाब से 124 महीने यानी 10 साल 4 महीने में डबल हो जाती है।