केदारनाथ में होटल रूम बुकिंग के लिए किया ऑनलाइन ट्राई, ठगों ने लगा दिया एक लाख का चूना
Crime Desk. नोएडा की एक महिला साइबर धोखाधड़ी की शिकार हो गई. वह केदारनाथ में एक होटल के कमरे को ऑनलाइन बुक करने की कोशिश कर रही थी. इसी दौरान आरोपी ने एडवांस पेमेंट के लिए वाट्सएप पर कई क्यूआर कोड भेजे, जिसके जरिए उसने करीब एक लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया.
News Update. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित महिला की शिकायत के आधार पर नोएडा के सेक्टर 113 पुलिस थाने में FIR दर्ज की गई है और इस मामले में जांच भी शुरू कर दी है. शिकायत के अनुसार, यह घटना 18 मई को हुई थी, लेकिन सोमवार को इसको लेकर FIR दर्ज की गई. इस दौरान सेक्टर 75 में रहने वाली महिला ने 95,604 रुपये के नुकसान का दावा किया.
पुलिस अधिकारी ने FIR के आधार पर बताया कि पीड़ित महिला मई में गूगल पर केदारनाथ में एक होटल की तलाश कर रही थी. उसने जून में केदारनाथ जाने की योजना बनाई थी. गूगल सर्च के बाद उसे एक अज्ञात नंबर से कॉल आया और कॉलर ने खुद को एक होटल का एक कर्मचारी बताया. बाद में उसने अपना नाम नितिन कुमार बताया. महिला से वाट्सएप पर संपर्क किया और एक होटल की तस्वीरें और टैरिफ समेत अन्य डिटेल शेयर की.
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क्यूआर कोड के जरिए ठगी की वारदात को अंजाम
इसके बाद उस साइबर क्रमिनल ने एक बुकिंग के लिए एडवांश राशि का भुगतान करने के लिए कहा, जो पुलिस के अनुसार 2000 रुपये था, जिसके बाद आरोपी ने पीड़ित महिला को वाट्सएप पर 2,000 रुपये का एक क्यूआर कोड भेजा, लेकिन जब उसने भुगतान किया तो उसके खाते से 4,000 रुपये निकल गए. अधिकारी ने बताया कि फिर उस आरोपी ने कहा कि यह गलती से हुआ और उसने रिफंड के लिए एक क्यूआर कोड दोबारा भेजा, लेकिन एक बार फिर उसके खाते से पैसे निकल गए.
महिला से हुई 95,604 रुपये की ठगी
उसके बाद आरोपी ने कॉल कर महिला से कहा कि उसने गलती से गलत कोड डाल दिया था जिसके कारण परेशानी शुरू हो गई. उसने एक बार फिर पैसे वापस करने के लिए एक क्यूआर कोड भेजा, लेकिन इस बार महिला के खाते से 9,901 रुपये निकल गए. उसके बाद आखिर में आते-आते महिला के बैंक खाते से 95,604 रुपये निकल गए. जब महिला ने फोन नंबर पर कॉल किया तो वह पहुंच से बाहर हो गया और बाद में वह स्विच ऑफ हो गया. प्राथमिकी के अनुसार, बाद में रुपये और नुकसान के डर से उसने अपना बैंक खाता बंद कर दिया.
धारा 420 के तहत FIR दर्ज
सेक्टर 113 के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी गई है. इस मामले की जांच नोएडा पुलिस की साइबर सेल करेगी. इसके साथ ही अधिकारियों ने जनता से अपील की किसी भी तरह के साइबर अपराध के मामलों की रिपोर्ट हेल्पलाइन नंबर 1930 या 112 पर तुरंत करें.