Crime : होली के दिन उठाया खौफनाक कदम,चुपचाप रहता था युवक... पूछने पर बात को देता था टाल

Haryana Update : पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से चल रहा था परेशान, इसके चलते वह किसी से बात नहीं करता था
 

Haryana Update : सूचना मिलने के बाद थाना डिविजन पांच की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच के बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है। जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर जसपाल सिंह ने बताया कि विपुल मूलरूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला था।

पंजाब के लुधियाना में 25 साल के विपुल ने घर की दूसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। इसके चलते वह किसी से बात नहीं करता था।

बुधवार की सुबह उसने घर की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना का पता उस समय चला जब इलाके के लोग गली में पहुंचे। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। घटना जवाहर नगर कैंप इलाके की है। 

सूचना मिलने के बाद थाना डिविजन पांच की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच के बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है। जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर जसपाल सिंह ने बताया कि विपुल मूलरूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला था। वह यहां पर पिछले काफी समय से रह रहा था और वहीं काम करता था। 


विपुल पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। वह किसी से कोई बात भी नहीं करता था। उसके साथ रहने वाले दोस्तों ने कई बार उससे पूछा कि वह परेशान क्यों है लेकिन वह हर बार बात को घुमाकर टाल देता था। बुधवार की सुबह सभी इलाके में होली का त्योहार मनाने की तैयारी में थे तो विपुल ने घर की दूसरी मंजिल से नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली।

थाना डिवीजन नंबर पांच की पुलिस ने पहुंच जांच की तो वहीं घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इससे साफ दिखाई दे रहा है की किस तरह से विपुल दूसरी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे रहा है। पुलिस ने उसके परिवार को सूचित कर दिया है। जांच की जा रही है कि वह परेशान क्यों था?

तरनतारन: छत से गिरने पर बच्चे की मौत
पट्टी में एक परिवार के इकलौते बेटे की छत से गिरने के कारण मौत हो गई। इस सूचना के बाद इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक बच्चे की पहचान नवरूप सिंह (6) पुत्र मास्टर अर्शदीप सिंह तारा वाला स्कूल वार्ड नंबर 7 के रूप में हुई है।

जानकारी के अनुसार घटना के वक्त नवरूप सिंह घर में अकेला था। इस दौरान जब वह घर की ऊपर वाली छत से डोर को नीचे फेंकने लगा तो अचानक अपना संतुलन खो बैठा, जिस कारण वह छत से सड़क पर गिर गया।

इसके बाद बच्चे को पहले चीमा अस्पताल और फिर संधू अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।