China kidnapped Indian doctor: पहले घायल सैनिकों का करवाया इलाज फिर भारतीय डाॅ की कर दी हत्या
HARYANA UPDATE: चीनी सेना ने अपने घायल सैनिकों के इलाज के लिए एक Indian Army Doctor भारतीय सेना के डॉक्टर को अगवा कर लिया था और इलाज के बाद उनकी हत्या कर दी थी. यह सनसनिखेज खुलासा हाल ही में प्रकाशित एक किताब में हुआ है.
Two journalists Shiv Aroor and Rahul Singh ने अपनी किताब में जून 2020 को हुई उस घटना का विस्तार से ज़िक्र किया है. ('India's Most Fearless 3: New Military Stories of Unimaginable Courage and Sacrifice') ‘इंडियाज मोस्ट फियरलेस 3 : न्यू मिलिटरी स्टोरीज ऑफ अनइमैजिनेबल करेज ऐंड सेक्रिफाइस’ में बताया गया है कि Indian Army Doctor भारतीय सेना के डॉक्टर ने कई चीनी सैनिकों की जान बचाई और बाद में चीनी सैनिकों ने डॉक्टर की बर्बरता से हत्या कर दी. 15 जून 2020 की रात भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई झड़प में एक कर्नल समेत 20 भारतीय सेना के जवानों की जान चली गई थी.
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हालांकि चीन इस बात को कबूल करने के लिए तैयार नहीं था कि उसके Indian Army Doctor Kidneapped by China सैनिक झड़प में मारे गए हैं. बाद में चीन ने अपने चार सैनिकों के मारे जाने की बात क़बूल की. किताब में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि चीन ने अपने नुक़सान को छुपाने के लिए बड़े पैमाने पर दुष्प्रचार का सहारा लिया. किताब के मुताबिक़ चीन ने अपने ज़ख़्मी DR. Deepak save life of Soldiers सैनिकों को उनके हाल पर छोड़ दिया था, तब एक भारतीय डॉक्टर ने कई चीनी सैनिकों की जान बचाई. इतना ही नहीं डॉक्टर दीपक सिंह ने कई भारतीय सैनिकों की भी जान बचाई.Indian doctor saved the lives of many Chinese soldiers. Not only this, Dr Deepak Singh also saved the lives of many Indian soldiers.
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Highest Honor Veer Chakra
(For the sacrifice of Dr. Deepak, he was posthumously awarded the Vir Chakra, the second highest wartime honour) डॉक्टर दीपक के बलिदान के लिए, उन्हें (Vir Chakra, the second highest posthumous wartime award) मरणोपरांत युद्धकाल के दूसरे सर्वोच्च सम्मान वीर चक्र से सम्मानित भी किया गया था. यह सम्मान उनकी पत्नी को खुद तत्कालीन President Ram Nath Kovind ने दिया था. हालांकि इस बात का पहली बार ज़िक्र सामने आया है कि भारतीय सेना के Doctor Deepak डॉक्टर दीपक ने कई दुश्मन सैनिकों की भी जान बचाई थी. किताब में (Indian Army Colonel Ravi Kant) भारतीय सेना के कर्नल रवि कांत के हवाले से बताया गया है कि, हालांकि डॉक्टर दीपक ने कितने चीनी सैनिकों की जान बचाई – इसका आंकड़ा हमारे पास नहीं है. उन्होंने कहा कि, जबकि कई भारतीय सैनिकों की, वो डॉक्टर दीपक ही थे जिन्होंने जान बचाई.
कर्नल रविकांत तब पीएलए से लोहा लेने वाली 16 बिहार बटालियन के सेकेंड-इन-कमांड थे. कर्नाल बी. संतोष बाबू के बलिदान के बाद उन्होंने ही बटालियन की कमांडिंग ऑफिसर की कमान संभाली.