Manish Sisodia के घर समेत Delhi-NCR मे 21 जगहों पर CBI की रेड, Arvind Kejriwal ने बोली ये बड़ी बात 

CBI Raid at Delhi Deputy CM Manish Sisodia Home: आबकारी घोटाला (Abkari Ghotala) मामले में शुक्रवार को सीबीआई (CBI) ने दिल्ली (Delhi) के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के घर समेत दिल्ली-एनसीआर (Delhi-Ncr)  की 21 जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है।
 

Manish Sisodia CBI Raid: आबकारी घोटाला (Abkari Ghotala) मामले में शुक्रवार को सीबीआई (CBI) ने दिल्ली (Delhi) के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के घर समेत दिल्ली-एनसीआर (Delhi-Ncr)  की 21 जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। दमन दीव समेत 7 राज्यों में भी सीबीआई ने रेड (CBI Raid) डाली है। सिसोदिया के घर सीबीआई की छापेमारी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) उनके बचाव में उतर आए हैं। उन्होंने सिसोदिया को देश का सबसे अच्छा शिक्षा मंत्री बताया है।

उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल की पूरी दुनिया चर्चा कर रही है। इसे ये रोकना चाहते हैं। इसलिए दिल्ली के स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रियो पर रेड और गिरफ़्तारी की गई है। 75 सालों में जिसने भी अच्छे काम की कोशिश की,उसे रोका गया। इसीलिए भारत पीछे रह गया। दिल्ली के अच्छे कामों को रुकने नहीं देंगे।

आगे केजरीवाल ने कहा, जिस दिन अमेरिका के सबसे बड़े अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज पर दिल्ली के शिक्षा मॉडल की तारीफ और मनीष सिसोदिया की तस्वीर छपी, उसी दिन मनीष के घर केंद्र ने CBI भेज दी। CBI का स्वागत है। पूरा सहयोग करेंगे। पहले भी कई जांच/रेड हुईं। कुछ नहीं निकला। अब भी कुछ नहीं निकलेगा।

क्या है पूरा मामला

सीबीआई (CBI) ने पिछले साल नवंबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति बनाने और उसके क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में एक एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली के उपराज्यपाल वी। के। सक्सेना ने आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की थी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मुख्य सचिव की जुलाई में दी गई रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी, जिसमें जीएनसीटीडी अधिनियम 1991, कार्यकरण नियम (टीओबीआर)-1993, दिल्ली उत्पाद शुल्क अधिनियम-2009 और दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम-2010 का पहली नजर में उल्लंघन पाए जाने की बात कही गई थी। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, टेंडर के बाद शराब कारोबार संबंधी लाइसेंस हासिल करने वालों को अनुचित फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर और सकल प्रक्रियात्मक चूक की गई।