दुनिया का सबसे अद्भुत मंदिर जहां तेल से नहीं पानी से चलते है दिये 
 

हमारे देश के हर शहर, कस्बा और गांव में आपको कई मंदिर देखने को मिल जाएंगे. इन मंदिरों में से कुछ मंदिर तो प्राचीन काल के है. वहीं कुछ मंदिरों का निर्माण अब भी किया जा रहा है.
 

Haryana Update. इनमें से कुछ मंदिर तो ऐसे है जिन्हें चमत्कारी मंदिर माना जाता है.इसलिए इन मंदिरों में हर रोज सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

 

 

आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे इसलिए चमत्कारी माना जाता है क्योंकि इस मंदिर में भगवान की आरती के लिए जलाया जाने वाला दिया तेल से नहीं बल्कि पानी से जलता है.

 

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मध्य प्रदेश में है ये चमत्कारी मंदिर

दरअसल, हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के शाजापुर में काली सिंध नहीं के तट पर स्थित गड़ियाघाट माता मंदिर के बारे में. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर में जलने वाले दिए की ज्योति तेल से नहीं बल्कि पानी से जलती है. बताया जाता है कि इस मंदिर के दिए में घी या तेल इस्तेमाल नहीं किया जाता.

बल्कि पानी डालकर भगवान के सामने दिया जलाया जाता है. उसके बाद दिया पानी से ही जलने लगता है.

पिछले पांच साल से पानी से जल रहा दिया

बताया जाता है कि इस मंदिर में जलने वाला दिया पिछले पांच साल से बिना तेल के जल रहा है. ये दिया पानी से ही निरंतर जल रहा है. बता दे कि इस दिए का पानी जैसे ही समाप्त होने लगता है.

मंदिर का पुजारी काली सिंध नदी से पानी भरकर इस दिए में डाल देता है. बताया जाता है कि दीये में पानी डालते ही वह काले चिपचिपे तरल पदार्थ में बदल जाता है और उसके बाद दीपक फिर से जलने लगता है.

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मंदिर में चमत्कार देखने के लिए आते है हजारों लोग

बता दें कि इस मंदिर में होने वाले इस चमत्कार को देखने के लिए रोजाना हजारों लोग यहां पहुंचते हैं. उसके बाद वह मंदिर में श्रद्धाभाव से अपना सिर झुकाते हैं.

मंदिर के पुजारी के मुताबिक, इस मंदिर में बहुत समय पहले तेल का दीपक जला करता था, लेकिन मंदिर के पुजारी को माता ने सपने में पानी से दिया जलाने को कहा. उसके बाद पुजारी ने सपने में बताए मुताबिक ही मंदिर के दिए को तेल की बजाए पानी से चलाना शुरु कर दिया. उसके बाद ये सिलसिला शुरु हो गया.