Haryana की ITI में ड्रोन (Drone)उड़ाना और ठीक करना सीखेंगे विद्यार्थी, 2 नए कोर्स होंगे शुरू
Haryana Update. यह दोनों ड्रोन सर्विस टेक्निशियन (Drone Service Technician), ड्रोन मेन्यूफैक्चरिंग एंड एसेंबल (Drone Manufacturing and Assemble) कौशल कोर्स होंगे। विकास एवं उद्योग प्रशिक्षण विभाग ने पत्र जारी करके प्रदेश के सभी राजकीय आईटीआई (Government ITI) से ड्रोन कोर्स शुरू करने संबंधी आवेदन मांगे हैं। इसके लिए केवल वही आईटीआई (ITI) आवेदन कर सकते हैं, जिनका ग्रेड दो से ज्यादा हो और वे नोडल राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (Nodel Government ITI) हों।
विभाग द्वारा जारी किए गए पत्र में यह भी आदेश दिए गए हैं कि केवल वही संस्थान इस तरह के कोर्स शुरू कर सकते हैं, जिनमें कंप्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, मैकेनिक इलेक्ट्रॉनिक्स अप्लायंस, इनफॉरमेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी मेंटेनेंस, इलेक्ट्रिशियन, टेक्निशियन मैकट्रोनिक्स में किसी भी कोर्स से डीजीइटी व विभाग से एनसीवीटी में एफिलिएशन करवाया गया हो।
मांगी कई बिंदुओं की जानकारी
जिला नोडल अधिकारी सतीश मच्छाल ने बताया कि निदेशालय द्वारा ड्रोन ट्रेनिंग के अल्पकालीन और दीर्घकालीन कोर्स शुरू करने के लिए निर्धारित प्रोफार्मा में जानकारी मांगी गई है। राजकीय आईटीआई कैथल द्वारा कोर्स शुरू करने के लिए आवेदन किया गया है। यदि विभाग द्वारा इसकी अनुमति दी जाती है तो जल्द ही यहां शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।
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कोर्स चलाना रहेगा आसान
प्रदेश के राजकीय आईटीआई में अधिकतर उपकरण आसानी से मुहैया हो जाते है, इसलिए इनमें यह कोर्स आसानी से चलाए जा सकते हैं। विभाग द्वारा इससे संबंधित जिन कोर्सों का हवाला दिया गया है, उनमें व इस कोर्स में काफी समानता देखी जा सकती है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि विभाग द्वारा यह प्रक्रिया जल्द ही पूर की जाएगी। जुलाई-अगस्त में शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र से नए कोर्स चलाए जाने का अनुमान है।
प्रदेश में 414 आईटीआई
कौशल विकास एवं उद्योग प्रशिक्षण विभाग द्वारा प्रदेशभर में 414 राज्य और प्राइवेट आईटीआई चलाए जा रहे हैं। इन आईटीआई में करीब 72 से अधिक इंजीनियरिंग और नॉन इंजीनियरिंग कोर्स संचालित किया जा रहे हैं। हालांकि इनमें से अधिकतर आधुनिक कोर्स हैं, लेकिन इसके बावजूद अभी तक प्रदेश के आईटीआई में ड्रोन से संबंधित कोई कोर्स होने की कमी खल रही थी।
अब वर्तमान इंडस्ट्री में ड्रोन का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। ऐसे में भारत सरकार एवं श्रम मंत्रालय ने प्रदेश के युवाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए आईटीआई में यह कोर्स चलाने का निर्णय लिया है। हालांकि हाल ही में इस तरह के कोर्स राजकीय बहु-तकनीकी संस्थानों में भी चलाने का ऐलान किया गया था, लेकिन अभी तक नहीं चल पाए हैं।
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